हरियाणा के आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार सुसाइड केस में चंडीगढ़ पुलिस ने एक SIT टीम का गठन किया है. अब ये टीम आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार केस की जांच करेगी.
हरियाणा के आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार सुसाइड केस में चंडीगढ़ पुलिस ने एक SIT टीम का गठन किया है. अब ये टीम आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार केस की जांच करेगी. आईजीपी चंडीगढ़ पुष्पेंद्र कुमार की अध्यक्षता में इस टीम का गठन किया गया है. वहीं आईपीएस कंवरदीप कौर, आईपीएस केएम प्रियंका, डीएसपी चरणजीत सिंह विर्क, एसडीओपी गुरजीत कौर और इंस्पेक्टर जयवीर सिंह राणा इस टीम में हैं.
वहीं हरियाणा के IAS अधिकारी डी. सुरेश आज IPS वाई पूरन कुमार के घर पहुंचे. इस दौरान डी. सुरेश ने कहा कि संविधान ने हमें अधिकार दिए गए हैं, लेकिन वो अधिकार हमे नहीं दिए जा रहे. इस मामले में एफआईआर दर्ज की गई है, लेकिन अभी तक गिरफ्तारी क्यों नहीं हुई? वाई पूरन कुमार पर दबाव बनाने वाले डीजीपी और रोहतक के एसपी को क्यों तुरंत गिरफ्तार नहीं किया जा रहा?
IAS अधिकारी डी. सुरेश ने कहा कि इस मामले को लेकर हम लोग चंडीगढ़ के डीजीपी और चंडीगढ़ के मुख्य सचिव से बात करेंगे. जब हरियाणा के डीजीपी शत्रुजीत कपूर गैरकानूनी तरीके से किसी को गिरफ्तार कर सकते हैं तो उनको गिरफ्तार क्यों नहीं किया जा रहा. एक शख्स जो दलितों से नफरत करता है और उन्हें सताने के लिए लगा रहता है. उसके खिलाफ और रोहतक SP के खिलाफ क्यों FIR नहीं की जा रही, जबकि उन्होंने ही वाई पूरन कुमार को आत्महत्या के लिए उकसाया था।