ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री का ऐलान हो गया है. लिज ट्रस ब्रिटेन की नई प्रधानमंत्री बनी हैं. वह मार्गरेट थेचर और थेरेसा के बाद ब्रिटेन की तीसरी महिला प्रधानमंत्री बनी हैं. नए प्रधानमंत्री की घोषणा सर ग्राहम ब्रैडी ने की. ब्रैडी कंजरवेटिव पार्टी के बैकबेंच सांसदों की 1922 समिति के अध्यक्ष और पार्टी के नेतृत्व संबंधी चुनाव के लिए निर्वाचन अधिकारी हैं. लिज ट्रस को 81, 326 वोट मिले जबकि ऋषि सुनक को 60, 399 मत मिले. ऐलान के बाद ट्रस ने कहा, पीएम चुना जाना मेरे लिए सम्मान की बात है. मैं सभी लोगों का शुक्रिया अदा करती हूं. कंजरवेटिव पार्टी के सिद्धांतों को आगे बढ़ाऊंगी. जॉनसन ने कोरोना काल में अच्छा काम किया.’ लिज को ब्रिटेन की सियासत में फायरब्रांड नेता के तौर पर जाना जाता है
इस चुनाव में पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने खुलकर लिज ट्रस का समर्थन किया था। उन्होंने पार्टी के सदस्यों और सांसदों से लिज ट्रस के लिए वोट भी मांगे थे। बोरिस जॉनसन आरोप लगाते रहे हैं कि ऋषि सुनक के इस्तीफे के कारण ही उन्हें प्रधानमंत्री की कुर्सी गंवानी पड़ी थी। अब 7 सितंबर को लिज ट्रस बतौर प्रधानमंत्री ब्रिटिश संसद में उपस्थित होंगी।
लिज ट्रस के सामने कई चुनौतियां
लिज ट्रस के सामने कई चुनौतियां हैं। इनमें सबसे बड़ी चुनौती देश में बढ़ती महंगाई, ऊर्जा संकट और बेरोजगारी को दूर करना है। लोग पहले से ही काफी मुश्किलों का सामना कर रहे हैं। अभी तक के चुनावी अभियान में लिज ट्रस ने ऐसी कोई भी विशेष घोषणा नहीं की है, जिससे ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था को संभालने में मदद मिले। ऐसे में उनके प्रधानमंत्री पद पर बैठते ही आर्थिक मोर्चे पर सबसे बड़ी समस्या का हल ढूंढना होगा।
कंजरवेटिव पार्टी को एकजुट करने की जिम्मेदारी
लिज ट्रस के सामने दो धड़े में बंट चुकी अपनी कंजरवेटिव पार्टी को भी एक करने की चुनौती है। पार्टी के सांसद ऋषि सुनक के पक्ष में हैं। जबकि, सदस्य ब्रिटिश राष्ट्रवाद के मुद्दे पर लिज ट्रस का समर्थन कर रहे हैं। ऐसे में दोनों के बीच तालमेल बनाकर सरकार को चलाना लिज ट्रस के लिए आसान नहीं होने वाला है। हालांकि, ऋषि सुनक ने एक दिन पहले ही कहा है कि वह नई सरकार का हर मोर्चे पर समर्थन करेंगे। पर, पार्टी के दोनों धड़ों के बीच खाई काफी ज्यादा बढ़ चुकी है।
बोरिस जॉनसन मंगलवार को करेंगे सत्ता हस्तांतरण
ब्रिटिश प्रधानमंत्री चुनाव के परिणाम का ऐलान होने से पहले ही बोरिस जॉनसन प्रधानमंत्री कार्यालय पहुंच चुके थे। उन्होंने थेरेसा मे की जगह ब्रिटिश प्रधानमंत्री की कुर्सी संभाली थी। बोरिस जॉनसन ने बतौर प्रधानमंत्री 1139 दिन सत्ता संभाली है। जॉनसन कल मंगलवार को कंजरवेटिव पार्टी के नए नेता के साथ सत्ता के आधिकारिक हस्तांतरण के लिए महारानी एलिजाबेथ द्वितीय से मिलने बाल्मोरल जाएंगे।