महिलाएं कम कपड़े पहनती हैं, तो पुरुषों पर इसका विपरीत असर होता है, पाकिस्तान में बढ़ रही रेप की घटनाओं पर प्रतिक्रिया देते हुए प्रधानमंत्री इमरान खान की इस टिप्पणी से विवाद हो गया है. पाकिस्तान में इस बयान के बाद बवाल मचा है और कई संगठन इमरान खान से सार्वजनिक तौर पर माफी मांगने की मांग कर रहे हैं.
16 से ज्यादा सिविल सोसाइटी मंच इस मांग के साथ खड़े हैं. कई महिला संगठन भी प्रधानमंत्री इमरान खान से अपने बयान को वापस लेने और माफी मांगने की मांग कर रही हैं. इनका कहना है कि दुष्कर्म जैसी घटनाओं को गंभीरता से लेने के बजाय प्रधानमंत्री ऐसा बयान दे रहे हैं. पाकिस्तान के मानवाधिकार आयोग ने भी इस बयान पर दुख जाहिर करते हुए कहा है कि इमरान खान इस तरह का बयान कैसे दे सकते हैं.
कराची में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कई संगठन साथ आये और प्रधानमंत्री इमरान खान से अपने इस बयान के लिए माफी मांगने की अपील की. प्रधानमंत्री को यह बात समझनी होगी कि दुष्कर्म ताकत के दम पर किया जाता है किसी और वजह से नहीं.
एक्सियोस ऑन एचबीओ” दो दिए एक इंटरव्यू में इमरान खान से जब पाकिस्तान में दुष्कर्म के मामलों में हो रही वृद्धि पर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, “अगर महिला बहुत कम कपड़े पहनती है, तो इसका पुरुषों पर असर होगा, हां अगर वे रोबोट हैं तो ऐसा नहीं होगा. यह कॉमन सेंस की बात है. उनके इसी बयान पर बवाल मचा है. उनकी घटिया सोच का पाकिस्तान में ही जमकर विरोध हो रहा है. सोशल मीडिया पर भी जमकर उनका विरोध किया जा रहा है, उनकी सोच पर सवाल खड़ा किया जा रहा है. कई जगहों पर उनकी पुरानी तस्वीरें वायरल की जा रही हैं जहां वो मॉडल्स के साथ खड़े हैं .इमरान खान भी आरएसएस की तरह मध्ययुगीन मानसिकता के शिकार हुए है