महाराष्ट्र में बीड जिले की दशहरा रैली पर बीजेपी नेता पंकजा मुंडे ने कहा कि हम मराठा आरक्षण का समर्थन करते हैं, लेकिन इसे ओबीसी समुदाय की थाली से नहीं छीना जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि दशहरा के मौके पर हमें जाति वाले रावण को मिटाने की जरूरत है.
बीड: बीजेपी नेता पंकजा मुंडे ने आरक्षण पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वह मराठों के लिए भी आरक्षण का समर्थन करती हैं , लेकिन उन्हें आरक्षण अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) की थाली से नहीं दिया जाना चाहिए. उन्होंने चिंता जाहिर करते हुए कहा कि ओबीसी समुदाय के लोग पहले से ही ‘भूख से मर रहे हैं.’ बीड जिले के सावरगांव घाट में दशहरा के मौके पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि लोगों के दिमाग से ‘जातिवाद के दानव’ को पूरी तरह से मिटाने की जरूरत है.
महाराष्ट्र की देवेंद्र फडणवीस सरकार ने दो सितंबर को हैदराबाद गजेटियर को लागू करने के लिए एक शासनादेश (जीआर) जारी किया था. जीआर में कहा गया था कि मराठा समुदाय के पात्र सदस्य कुनबी जाति प्रमाण पत्र के लिए आवेदन कर सकेंगे. इससे सर्टिफिकेट के मिलने के बाद मराठा ओबीसी श्रेणी के तहत आरक्षण का दावा कर सकेंगे.

किसानों को हर संभव मदद दिलवाने का आश्वासन
रैली में पंकजा मुंडे ने कहा कि इस प्राकृतिक आपदा ने जातिगत बंधनों को तोड़ दिया है और लोग मानवीय आधार पर एकजुट हुए हैं. उन्होंने लोगों को आश्वस्त कराया कि प्रभावित किसानों को हर संभव मदद मिलेगी.
सत्ता हासिल करने वाले ऐसा चाहते हैं
पंकजा मुंडे ने कहा कि हम किसानों और अन्य लोगों के साथ मजबूती से खड़े हैं. “उनके चचेरे भाई और एनसीपी विधायक धनंजय मुंडे ने भी रैली में आरक्षण के मुद्दे पर बात की. उन्होंने कहा कि मराठो को आरक्षण दिया गया था, और हम इससे खुश थे. अब ओबीसी के हिस्से से आरक्षण देने की मांग हो रही है. इसके पीछे कुछ ऐसे लोग हैं जो सत्ता हासिल करना चाहते हैं.