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भाखड़ा नांगल डैम के विवादों पर आया ऐतिहासिक फैसला,लगा CISF का पहरा

भाखड़ा नांगल डैम के विवादों पर आया ऐतिहासिक फैसला,लगा CISF का पहरा

भाखड़ा नांगल डैम पर CISF की आधिकारिक तैनाती हो गई है. BBMB और CISF अधिकारियों ने इसे ऐतिहासिक कदम बताया है, जो पुराने सुरक्षा विवादों को खत्म कर डैम की निगरानी को नई मजबूती देगा.

देश के सबसे अहम जल-विद्युत और सिंचाई प्रोजेक्‍ट्स में से एक भाखड़ा नांगल डैम की सुरक्षा एक लंबी बहस के बाद केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के सुपुर्द कर दी गई है. मंगलवार को भाखड़ा डैम प्रोजेक्‍ट (BDP) में सीआईएसएफ यूनिट का आधिकारिक तौर पर इंडक्शन हो गया है. वहीं, सीआईएसएफ के इंडक्‍शन के साथ पिछले कुछ सालों में डैम की सुरक्षा और प्रशासनिक नियंत्रण को लेकर कई विवाद और उठापटक खत्‍म हो गई है.

आपको बता दें कि इंडक्‍शन सेरेमनी के दौरान सीआईएसएफ (नॉर्थ सेक्टर) के आईजी नवीन ज्योति गोगोई, डीआईजी सुनील कुमार सिन्हा, और भाखड़ा ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड (BBMB) के चेयरमैन मनोज त्रिपाठी सहित कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे. इस मौके पर यूनिट कमांडर प्रवीक रघुवंशी ने डैम की सुरक्षा रणनीति और कर्मियों की जिम्मेदारियों का खाका पेश किया. उन्‍होंने कहा कि भाखड़ा डैम केवल पंजाब, हरियाणा और राजस्थान के लिए ही नहीं, बल्कि देश की ऊर्जा और सिंचाई सुरक्षा के लिए भी क्रिटिकल इंफ्रास्ट्रक्चर है.

हरियाणा और पंजाब के बीच सुरक्षा और प्रबंधन का रहा विवाद

भाखड़ा नांगल डैम की सुरक्षा को लेकर २०२१ और २०२३ में राज्यों के बीच मतभेद उभर कर सामने आए थे. हरियाणा और पंजाब के बीच इस बात पर विवाद रहा कि सुरक्षा और प्रबंधन का जिम्मा किसके पास हो. उस समय भाखड़ा ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड के सुरक्षा ढांचे में स्थानीय पुलिस की भूमिका को लेकर भी सवाल उठे थे. कुछ घटनाओं में संवेदनशील इलाकों में अनधिकृत एंट्री और निगरानी की कमी जैसी रिपोर्ट्स सामने आई थीं. इसी विवाद के बाद केंद्र सरकार ने इस डैम को क्रिटिकल नेशनल इंफ्रास्ट्रक्चर के रूप में चिन्हित करते हुए इसकी सुरक्षा सीआईएसएफ को सौंपने का फैसला लिया था.

डैम को मिलेगी चौबीस घंटे निगरानी
सीआईएसएफ की तैनाती से अब डैम परिसर में 24×7 निगरानी, एक्सेस कंट्रोल सिस्टम और हाई-टेक सर्विलांस लागू किया जा रहा है. इसके अलावा, जलाशय और पावर स्टेशन इलाकों में भी सुरक्षा लेयरिंग सिस्टम बनाया गया है ताकि किसी भी संभावित खतरे को तुरंत रोका जा सके. आपको बता दें कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने मई २०२५ में भाखड़ा नांगल डैम के लिए लगभग २९६ सीआईएसएफ कर्मियों की तैनाती को मंजूरी दी थी. इस तैनाती के साथ भाखड़ा नांगल डैम अब देश के उन चुनिंदा प्रोजेक्‍ट्स की सूची में शामिल हो गया है, जिनकी सुरक्षा का जिम्मा सीआईएसएफ संभाल रही है.

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