राजधानी भोपाल में अयोध्या बायपास के चौड़ीकरण कार्य को लेकर सियासी विरोध तेज हो गया है। मंगलवार को कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने पेड़ों की कटाई के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने ऑक्सीजन मास्क पहनकर, जेसीबी मशीनों पर चढ़कर और कटाई स्थल पर पहुंचकर परियोजना का विरोध जताया। कांग्रेस का आरोप है कि यातायात सुधार के नाम पर हजारों पुराने पेड़ों को काटा जा रहा है, जिससे शहर के पर्यावरण और वायु गुणवत्ता पर गंभीर असर पड़ेगा।
भोपाल : राजधानी भोपाल में अयोध्या बायपास के चौड़ीकरण कार्य को लेकर सियासी विरोध तेज हो गया है। मंगलवार को कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने पेड़ों की कटाई के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया।प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने “पेड़ बचाओ, शहर बचाओ” और “विकास चाहिए, विनाश नहीं” जैसे नारे लगाए। उनका कहना था कि अयोध्या बायपास पर चौड़ीकरण का काम बिना पर्याप्त पर्यावरणीय संतुलन के किया जा रहा है। मास्क पहनकर प्रदर्शन करने के पीछे कांग्रेस नेताओं ने यह संदेश देने की कोशिश की कि यदि पेड़ों की कटाई इसी तरह जारी रही, तो आने वाले समय में लोगों को खराब हवा में सांस लेने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।
कांग्रेस जिला अध्यक्ष प्रवीण सक्सेना ने आरोप लगाया कि बायपास चौड़ीकरण के लिए बड़ी संख्या में पेड़ काटे जा रहे हैं, जिनमें कई पेड़ 40 वर्ष से अधिक पुराने हैं। उन्होंने कहा कि एक ओर केंद्र सरकार ‘एक पेड़ मां के नाम’ जैसे अभियानों की बात करती है, वहीं दूसरी ओर भोपाल में विकास परियोजनाओं के नाम पर हरियाली खत्म की जा रही है। सक्सेना ने दावा किया कि पेड़ों की कटाई के लिए आवश्यक अनुमति प्रक्रिया का पालन नहीं किया गया और कटी हुई लकड़ी के अवैध कारोबार की भी आशंका है।
उन्होंने चेतावनी दी कि यदि प्रशासन ने तुरंत कटाई पर रोक नहीं लगाई, तो कांग्रेस सड़कों पर उतरकर आंदोलन को और तेज करेगी। उनके अनुसार, कांग्रेस विकास की विरोधी नहीं है, लेकिन ऐसा विकास स्वीकार्य नहीं है, जो पर्यावरण की कीमत पर हो।
प्रदर्शन में शामिल पूर्व विधानसभा प्रत्याशी रवीन्द्र साहू ने कहा कि देश में वायु प्रदूषण के मामले में दिल्ली के बाद भोपाल का नाम लिया जाने लगा है। उन्होंने चिंता जताई कि यदि पेड़ों की कटाई इसी गति से जारी रही, तो शहर की हवा और खराब हो जाएगी। साहू ने सुझाव दिया कि सड़क चौड़ीकरण के विकल्प के तौर पर फ्लाइओवर और एलिवेटेड कॉरिडोर बनाए जाएं, जिससे पेड़ों को बचाया जा सके।
उन्होंने राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) के उस दावे पर भी सवाल उठाए, जिसमें कटाई के बदले नए पौधे लगाने की बात कही जाती है। साहू का कहना था कि जमीनी स्तर पर उन्हें ऐसे नए पेड़ नजर नहीं आ रहे हैं, जो काटे गए पेड़ों की भरपाई कर सकें।
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रशासन से मांग की कि अयोध्या बायपास परियोजना की समीक्षा की जाए और पर्यावरणीय प्रभाव को ध्यान में रखते हुए वैकल्पिक समाधान अपनाए जाएं। फिलहाल, प्रदर्शन के बाद भी बायपास चौड़ीकरण का काम जारी है, लेकिन कांग्रेस ने साफ कर दिया है कि आने वाले दिनों में इस मुद्दे पर आंदोलन और तेज किया जाएगा। यह मामला अब पब्लिक इंटरेस्ट स्टोरी के तौर पर शहर में चर्चा का विषय बन गया है।


