उस्मान हादी की हत्या के बाद बांग्लादेश में हालात और बिगड़ गए हैं. उनके भाई ने सीधे तौर पर यूनुस सरकार पर चुनाव रद्द कराने के लिए हत्या कराने का आरोप लगाया है. यह बयान फरवरी में होने वाले चुनावों से पहले देश की राजनीति में बड़ा तूफान खड़ा कर सकता है.
बांग्लादेश की राजनीति एक बार फिर गहरे संकट में फंसती दिख रही है. युवा नेता और इंकलाब मंच के प्रवक्ता शरीफ उस्मान हादी की हत्या के बाद देशभर में भड़के विरोध प्रदर्शनों के बीच अब उनके परिवार ने अंतरिम सरकार पर सीधा और गंभीर आरोप लगाया है. हादी के बड़े भाई अबू बकर ने खुलकर कहा है कि उनके भाई की हत्या आगामी चुनाव रद्द कराने की साजिश का हिस्सा है और इसके लिए सीधे तौर पर मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली सरकार जिम्मेदार है. वहीं हादी की बहन ने भारत के खिलाफ जहर उगला था. न्यूज एक्स की रिपोर्ट के मुताबिक उसने कहा था कि हर घर में भारत के खिलाफ जिहाद की ट्रेनिंग दी जानी चाहिए. इसमें लिंग को लेकर कोई भेदभाव नहीं होना चाहिए.
20 दिसंबर को मध्य ढाका में भारी सुरक्षा के बीच हुए उस्मान हादी के अंतिम संस्कार में हजारों की संख्या में लोग जुटे. जनसैलाब को संबोधित करते हुए उमर हादी ने बेहद तीखे शब्दों में कहा, ‘अगर आप न्याय नहीं दे सकते, तो सत्ता छोड़ दीजिए. आपने उस्मान हादी को मार डाला और अब उसी की लाश दिखाकर चुनाव टालना चाहते हैं.’ उन्होंने साफ कहा कि अगर उनके भाई को न्याय नहीं मिला, तो मौजूदा सत्ता को भी देश छोड़ना पड़ेगा. यह बयान भीड़ में मौजूद लोगों के गुस्से और अविश्वास की भावना को साफ दिखाता है.
कैसे हुई उस्मान हादी की हत्या?
32 वर्षीय उस्मान हादी को सामाजिक कार्यकर्ता और राजनीतिक वक्ता के तौर पर जाना जाता था. 12 दिसंबर को ढाका के बिजयनगर इलाके में बेहद करीब से उन्हें गोली मारी गई थी. गंभीर हालत में उन्हें सिंगापुर ले जाया गया, लेकिन 18 दिसंबर को इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. उनकी मौत के बाद ढाका समेत कई शहरों में हिंसक प्रदर्शन, झड़पें और आगजनी की घटनाएं सामने आईं.
उस्मान हादी जुलाई 2024 के छात्र-युवा आंदोलन का एक बड़ा चेहरा थे, जिसने शेख हसीना सरकार के पतन में अहम भूमिका निभाई थी. उन्हें फरवरी में होने वाले संसदीय चुनावों में एक उभरते हुए नेता और संभावित उम्मीदवार के तौर पर देखा जा रहा था. यही वजह है कि उनकी हत्या को लेकर अब चुनावी साजिश के आरोप तेज हो गए हैं.
‘भारत के साथ काम करना चाहते हैं यूनुस’
बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के वित्त सलाहकार सालेहुद्दीन अहमद ने मंगलवार को कहा कि मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस ने नयी दिल्ली के साथ तनावपूर्ण संबंधों को सुधारने के लिए कदम उठाए हैं. अहमद ने अपने कार्यालय में सरकार की खरीद संबंधी सलाहकार परिषद समिति की बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘मुख्य सलाहकार भारत के साथ कूटनीतिक संबंध सुधारने पर काम कर रहे हैं और वह स्वयं भी इस विषय पर विभिन्न संबंधित पक्षों से बात कर रहे हैं.’ अहमद ने कहा कि बांग्लादेश ने ‘अच्छे संबंध बनाने की दिशा में कदम उठाते हुए’ भारत से 50,000 टन चावल खरीदने के एक प्रस्ताव को मंगलवार को मंजूरी दे दी. हालांकि इसमें बांग्लादेश को करोड़ों का फायदा है.


