पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एसआईआर को लेकर BJP पर जोरदार हमला बोला और कहा कि मतदाता सूची से नाम कटने पर केंद्र सरकार गिर जाएगी। उन्होंने चुनाव आयोग को ‘भाजपा आयोग’ बताया और मतुआ समुदाय को आश्वस्त किया कि वे उनका नाम मतदाता सूची से बाहर नहीं होने देंगी। ममता ने भाजपा पर सीएए कार्ड के नाम पर पैसे उगाहने और एसआईआर की वजह से मौतों का आरोप भी लगाया।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को बीजेपी और केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि अगर उन पर किसी तरह का हमला हुआ, तो वह पूरा भारत हिला देंगी. राज्य में वोटर लिस्ट के स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन यानी SIR को लेकर बढ़ते विवाद के बीच ममता बनर्जी ने खुले मंच से यह धमकी दी. ममता बनर्जी ने कहा कि वह आज हेलीकॉप्टर से यात्रा करने वाली थीं, लेकिन अचानक सुबह सूचना मिली कि उनका हेलीकॉप्टर उड़ान नहीं भरेगा. उन्होंने इसे साजिश बताते हुए कहा, मैं देर से पहुंची, क्योंकि मैं हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल नहीं करती. आज हेलीकॉप्टर जाना था, लेकिन सुबह जानकारी मिली कि यह उड़ान नहीं भरेगा. चुनाव शुरू भी नहीं हुए और टकराव पहले ही शुरू कर दिया? अच्छा हुआ मैं पैदल ही लोगों से मिलती हुई आ गई.
ममता ने कहा कि ट्रेनें, प्लेन, बार्डर सब सेंट्रल एजेंसियों के नियंत्रण में हैं। पासपोर्ट, कस्टम और एक्साइज सब सेंट्रल सरकार देखती है। फिर हमने बंगाल में बांग्लादेशियों की घुसपैठ कैसे कराई ?
ममता बनर्जी ने कहा, एसआईआर के नाम पर मुझे जानबूझकर टारगेट किया जा रहा है. बीजेपी पर सीधा निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, मैं उन्हें बताना चाहती हूं. आप मुझे छू भी नहीं पाएंगे. हम आपका खेल जानते हैं. लेकिन बंगाल को आप कभी नहीं जीत पाएंगे. ममता ने दावा किया कि बीजेपी बिहार में चुनावी लड़ाई नहीं लड़ पाई और न ही विपक्ष की रणनीति को समझ सकी. ममता बनर्जी ने देशभर में एसआईआर के खिलाफ यात्रा निकालने का भी ऐलान किया.
बीजेपी के गढ़ में ललकार
टीएमसी के मुताबिक, ममता बनर्जी के कहने का मतलब टीएमसी के किसी भी कार्यकर्ता के ऊपर हमला हुआ तो हम बर्दाश्त नहीं करेंगे. ममता मतुआ बाहुल्य इलाकों में रैली कर रही थीं. यह इलाका बीजेपी का गढ़ रहा है. इसलिए यहां से ममता ने केंद्र सरकार पर हमला बोला. उन्होंने लोगों से कहा, एसआईआर एक साजिश है, यह पीछे के रास्ते से एनआरसी करवाने की साजिश है. ममता ने बीएसएफ को भी निशाने पर लिया. उन्होंने कहा, घुसपैठियों के बंगाल में होने का प्रचार किया जा रहा है, लेकिन ये आए कैसे? इन्हें बंगाल में घुसने किसने दिया?

इस बीच चुनाव आयोग ने ममता बनर्जी को एक पत्र भेजा है और SIR सहित कई मसलों पर स्पष्टीकरण मांगा है. आयोग ने तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के प्रतिनिधिमंडल को 28 नवंबर को सुबह 11 बजे बैठक के लिए बुलाया है, जहां पार्टी SIR और अन्य मुद्दों पर अपना पक्ष रखेगी. टीएमसी का आरोप है कि SIR का इस्तेमाल राजनीतिक दबाव बनाने और आगामी चुनावों में माहौल प्रभावित करने के लिए किया जा रहा है. बीजेपी इन आरोपों को पूरी तरह खारिज करती है और इसे ममता की घबराहट बताती है.

ममता ने आगे दावा किया कि SIR की वजह से बंगाल में अब तक 35 लोगों की मौत हो चुकी है। ममता ने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा डुप्लीकेट वोटर बनाने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल कर रही है। यह भाजपा का नया प्लान है।
रैली के बाद ममता ने SIR के खिलाफ दूसरी बार सड़क पर उतरकर मतुआ के गढ़ ठाकुरनगर में तीन किलोमीटर लंबे पैदल मार्च का भी नेतृत्व किया।
इससे पहले ममता ने इस माह की शुरुआत में चार नवंबर को राज्य में SIR की प्रक्रिया शुरू होने के दिन इसके खिलाफ तृणमूल द्वारा कोलकाता में आयोजित तीन किलोमीटर लंबे पैदल मार्च का नेतृत्व किया था।



