मृतक बीएलओ के बेटे आदित्य नापित ने कहा कि उसके पिता मनीराम नापित (54) शुगर और बीपी के मरीज थे. काम में दबाव के चलते पिता की हार्ट अटैक से मौत हुई है.
शहडोल. मध्य प्रदेश के शहडोल में हार्ट अटैक से एक बूथ लेवल अफसर (BLO) की मौत हो गई. 54 वर्षीय शिक्षक मनीराम नापित की एसआईआर कार्य के दौरान मौत हुई है. वह पतेरिया टोला में एसआईआर से जुड़ा काम कर रहे थे. मनीराम नापित के अचानक सीने में दर्द उठा और अस्पताल पहुंचने से पहले उनकी मौत हो गई. अस्पताल में डॉक्टरों ने जांच के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया.मृतक के बेटे ने कहा कि उसके पिता रात-रातभर जागकर SIR का काम कर रहे थे. वह सुबह से फिर फील्ड पर निकल जाते थे. पिता बीपी और शुगर के मरीज थे. काम में दबाव के कारण पिता की मौत हुई. शहडोल जिले के पतेरिया टोला की यह घटना है. मृतक मनीराम नापित कोटमा संकुल के ढांप टोला में सहायक शिक्षक के तौर पर पदस्थ थे. वह बूथ नंबर 212 में 67 प्रतिशत कार्य पूरा कर चुके थे.
पिता पर काम का बहुत ज्यादा प्रेशर था…
मृतक बीएलओ के बेटे आदित्य नापित ने कहा कि उसके पिता को बीएलओ बनाया गया था. SIR का फॉर्म कलेक्ट करना और सबमिट करना यही सब काम कर रहे थे. काम का बहुत ज्यादा प्रेशर था. पिता को हार्ट अटैक आया और उनकी मौत हो गई. पिता को बार-बार फोन आ रहे थे. 2-2 मिनट में रिपोर्टिंग आ रही थी. तबीयत अचानक से बिगड़ गई. उन्हें दिल में दर्द उठा और कुछ देर बाद उनकी मौत हो गई. अभी तक कोई भी अधिकारी परिवार से मिलने नहीं आया.
बीएलओ की ब्रेन हेमरेज से मौत
बताते चलें कि उत्तर प्रदेश के मलिहाबाद के सरांवा गांव प्राइमरी स्कूल में पदस्थ शिक्षामित्र विजय कुमार वर्मा (50) की ब्रेन हेमरेज से मौत हो गई. परिजनों ने आरोप लगाया कि एसआईआर के काम में काफी ज्यादा मानसिक दबाव के चलते उनकी तबीयत बिगड़ी और उनकी मौत हो गई.हाल ही में पश्चिम बंगाल के नादिया जिले में बीएलओ रिंकू तरफदार का शव छपरा के कृष्णानगर स्थित बंगालझी क्षेत्र में स्थित उसके आवास के कमरे में छत से लटका मिला था. परिवार ने आरोप लगाया कि वह एसआईआर कार्य के बोझ के चलते अत्यधिक दबाव में थी. मृतका ने सुसाइड नोट में लिखा था, ‘मैं यह दबाव नहीं झेल पा रही हूं. मैं स्ट्रोक नहीं चाहती.’


