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‘विचारधारा और मित्रता में अंतर ‘… CJI बीआर गवई की मां ने किया RSS के आमंत्रण को स्वीकार तो भाई ने दी सफाई

‘विचारधारा और मित्रता में अंतर ‘… CJI बीआर गवई की मां ने किया RSS के आमंत्रण को स्वीकार तो भाई ने दी सफाई

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अमरावती कार्यक्रम के लिए CJI भूषण गवई की मां कमलताई गवई को निमंत्रण मिला है, जिससे विवाद खड़ा हो गया है. जहां पुत्र राजेंद्र गवई उनके शामिल होने का दावा कर रहे हैं, वहीं, सूत्रों का कहना है कि उन्होंने अंबेडकरवादी विचारधारा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता बताते हुए इनकार किया है.

अमरावती :5 अक्टूबर को अमरावती में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का विजयादशमी और आरएसएस के १०० साल पूरे होने पर शताब्दी वर्ष का विशेष कार्यक्रम होने जा रहा है. इस कार्यक्रम के लिए सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश भूषण गवई की माताजी को निमंत्रण मिला है. इसको लेकर कुछ लोगों द्वारा आपत्ति दर्शायी गयी है. आंबेडकर और आर.एस.एस की विचारधारा में कोई समानता नहीं ऐसे में देश की न्याय व्यवस्था के सर्वोच्च पद पर विराजमान व्यक्ति की माँ का शिरकत करना ठीक नहीं ऐसा बहुजन समाज के कुछ लोगो का कहना है. वही दूसरी तरफ
न्यायाधीश भूषण गवई के छोटे भाई ने कहा कि उनकी मां को आरएसएस के कार्यक्रम का निमंत्रण मिला है. अगर वह चाहती हैं तो उन्हें इस कार्यकर्म में अवश्य जाना चाहिए. जबकि कमलबाई गवई को लेकर एक पत्र वायरल हो रहा है, जिसमें वो हिंदू धर्म की आइडियोलॉजी के खिलाफ बात करती नजर आ रही है.हालांकि ये पत्र कमलबाई गवई का लिखा है या नहीं. इसकी पुष्टि नहीं हुई है. कार्यक्रम का निमंत्रण पत्र भी सार्वजनिक हुआ है, जिसमें कमलबाई गवई का नाम लिखा हुआ है.

क्या कार्यक्रम में शिरकत करेंगी CJI की मां?
सूत्रों का कहना है कि कमलताई गवई ने इस कार्यक्रम में शामिल होने से साफ इंकार किया है और वह खुद को अंबेडकरी विचारधारा और भारतीय संविधान के प्रति प्रतिबद्ध बताती हैं और किसी भी परिस्थिति में संघ के आयोजन में हिस्सा नहीं लेंगी. वहीं उनके पुत्र और रिपब्लिकन पार्टी के नेता राजेंद्र गवई ने दावा किया है कि उनकी मां ने निमंत्रण स्वीकार कर लिया है और वे कार्यक्रम में उपस्थित होंगी.

राजेंद्र गवई ने कहा कि संघ का कार्यक्रम अमरावती में हो रहा है और उसका निमंत्रण मेरी माताजी को मिला है, जिसे उन्होंने स्वीकार किया है. पहले भी नागपुर में संघ के मुख्य कार्यक्रमों में दिवंगत रिपब्लिकन पार्टी के नेता राजाभाऊ खोब्रागडे और दादासाहेब गवई शामिल हो चुके हैं. दादासाहेब गवई के इंदिरा गांधी और विदर्भ के नेता गंगाधर फडणवीस से भी घनिष्ठ संबंध थे. उन्होंने आगे कहा, रिश्ते भाईचारे के हैं, लेकिन विचारधाराएं अलग-अलग हैं. किसी कार्यक्रम में जाने का मतलब यह नहीं कि विचारधारा बदल जाएगी. हमारी मित्रता रहेगी, पर विचारधारा हमारी पक्की है.

वहीं, सोशल मीडिया पर हो रही आलोचनाओं पर प्रतिक्रिया देते हुए राजेंद्र गवई ने कहा कि, भूषणजी गवई बड़े पद पर पहुंचे हैं, इस कारण विरोधी जानबूझकर टीका-टिप्पणी कर रहे हैं. कुछ सकारात्मक प्रतिक्रियाएं भी आ रही हैं, लेकिन हम उस पर अधिक ध्यान नहीं दे रहे.उन्होंने कहा कि आईसाहेब ने जो निर्णय लिया है, मैं उनके साथ मजबूती से खड़ा हूं

कौन हैं कमलताई गवई

कमलताई गवई पूर्व राज्यपाल और विदर्भ में रिपब्लिकन और आंबेडकरवादी आंदोलन के वरिष्ठ नेता स्वर्गीय आरएस गवई की पत्नी और वर्तमान में चीफ जस्टिस बी आर गवई की मां हैं। आरएस गवई ने डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर स्मारक समिति, दीक्षाभूमि के अध्यक्ष के रूप में भी कार्य किया और बौद्ध स्मारक के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनके पुत्र, राजेंद्र गवई, वर्तमान में समिति के सदस्य हैं।

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