आदित्य ठाकरे ने कहा , हमारे एक पदाधिकारी ने बीएमसी के केंद्रीय चुनाव कार्यालय से आधिकारिक तौर पर यह सूची खरीदी, तो प्रकाशन तिथि 14 नवंबर 2025 देखकर हम हैरान रह गए। अगर यह सूची 14 नवंबर को ही प्रकाशित हुई थी, तो चुनाव आयोग ने इसे एक हफ़्ते तक क्यों रोके रखा?
मुंबई: महाराष्ट्र में 246 नगर परिषदों और 42 नगर पंचायतों में चुनाव का ऐलान हो गया है. BMC के चुनावों के लिए सभी राजनितिक दल जुट गए हैं, तो वही चुनाव आयोग पर सबकी पैनी नज़र भी है. आज आदित्य ठाकरे ने मतदाता सूची का मसौदा प्रकाशित और अपलोड करने की तारीखों पर आपत्ति जताई है. उन्होंने कहा कि मतदाता सूची का मसौदा आधिकारिक तौर पर 20 नवंबर 2025 की शाम तक प्रकाशित और अपलोड कर दिया गया था.
पहले इसे 7 तारीख को प्रकाशित करने की घोषणा की गई थी, फिर 14 नवंबर तक टाल दिया गया और फिर अंततः 20 नवंबर को अपलोड किया गया।लेकिन, कल जब हमारे एक पदाधिकारी ने बीएमसी के केंद्रीय चुनाव कार्यालय से आधिकारिक तौर पर यह सूची खरीदी, तो प्रकाशन तिथि 14 नवंबर 2025 देखकर हम हैरान रह गए। आदित्य ठाकरे ने कहा कि अगर यह सूची 14 नवंबर को ही प्रकाशित हुई थी, तो चुनाव आयोग ने इसे एक हफ़्ते तक क्यों रोके रखा? क्या वे किसी राजनीतिक आकाओं के आदेश का इंतज़ार कर रहे थे? क्या उन्होंने उन सूचियों के तैयार होने का इंतज़ार किया जिनमें उन्हें अपनी गड़बड़ी फैलानी थी? 20 तारीख को अपलोड होने से पहले एक हफ़्ते तक इस सूची तक किस-किस की पहुँच थी?ऐसा सवाल भी आदित्य ठाकरे ने उठाया है। उनका कहना है कि यह कोई गलती नहीं, बल्कि एक अपराध है। यह बीएमसी के केंद्रीय चुनाव कार्यालय और चुनाव आयोग की राष्ट्रविरोधी और लोकतंत्र विरोधी गतिविधि है।हमारे पास उनके और भी अपराध हैं जो हम जल्द ही देश के सामने लाएँगे!ऐसा खुलासा भी आदित्य ठाकरे ने किया है.


