कांग्रेस ने 12 राज्यों में आगामी होनेवाले SIR को लेकर बैठक की। इसमें पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, लोकसभा में
विपक्ष के नेता राहुल गांधी भी शामिल हुए। पार्टी दिसंबर के पहले हफ्ते में दिल्ली के रामलीला मैदान पर SIR के खिलाफ रैली करेगी।
आज की बैठक में केसी वेणुगोपाल, संबंधित राज्यों के कांग्रेस प्रभारी, प्रदेश अध्यक्ष, कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता तथा उन राज्यों के कांग्रेस कार्यसमिति (CWC) सदस्यों सहित वरिष्ठ नेता शामिल हुए। बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस वोटर लिस्ट से नाम नहीं हटाने देगी। ऐसे समय में जब लोकतांत्रिक संस्थाओं में जनता का विश्वास कम हो रहा है, चुनाव आयोग का आचरण अत्यंत निराशाजनक है।
चुनाव आयोग को यह बताना चाहिए कि वह भाजपा की छत्रछाया में काम नहीं कर रहा है। भाजपा वोट चोरी के लिए SIR को हथियार बनाने की कोशिश कर रही है,अगर चुनाव आयोग ने नजरअंदाज कर दिया, तो यह चुप्पी साध लेने जैसा होगा। कांग्रेस असली मतदाताओं को हटाने या फर्जी मतदाताओं को शामिल करने की हर कोशिश का पर्दाफाश करेगी।

SIR का विरोध हुआ तेज
निर्वाचन आयोग के मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) को लेकर पश्चिम बंगाल के बाद केरल और तमिलनाडु में विरोध बढ़ता जा रहा है। तमिलनाडु के BLO के साथ ही तहसीलदार लेवल तक के अधिकारियों ने मंगलवार से बायकॉट का ऐलान किया है।
तमिलनाडु राजस्व कर्मचारी संघों के संगठन ने कहा कि वे वर्कलोड, कम लोग, टाइम लिमिट दबाव और अधूरी ट्रेनिंग और मेहनताने विरोध में प्रदर्शन करेंगे।
इधर, केरल सरकार ने स्थानीय निकाय चुनाव पूरे होने तक SIR स्थगित करने की मांग करते हुए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। राज्य का तर्क है कि स्थानीय चुनावों के साथ-साथ SIR कराना कठिन है। चुनाव आयोग के मुताबिक 12 राज्यों-UT में अब तक 50.11 करोड़ फॉर्म बांटे जा चुके हैं। 98.32% वोटर्स तक फॉर्म पहुंच गए हैं।



