कमला ताई गवई ने कुछ दिन पहले RSS के न्योते को भी ठुकरा दिया था। उन्होंने कहा डॉ बाबासाहब आंबेडकर ने देश को एक ऐसा संविधान दिया है जिसमे हर व्यक्ति को सामान महत्व दिया गया है. कानून को हाथ में लेकर समाज में असंतोष फ़ैलाने का किसी को अधिकार नहीं हैं. सभी ने अपने प्रश्नो को शांततापूर्ण और संवैधानिक मार्ग से हल करने का प्रयत्न करना चाहिए.
अमरावती : कमला ताई गवई ने मुख्या न्यायाधीश बीआर गवई पर हुए हमले की निंदा की है उन्होंने कहा डॉ बाबासाहब आंबेडकर ने देश को एक ऐसा संविधान दिया है जिसमे हर व्यक्ति को सामान महत्व दिया गया है. कानून को हाथ में लेकर समाज में असंतोष फ़ैलाने का किसी को अधिकार नहीं हैं. सभी ने अपने प्रश्नो को शांततापूर्ण और संवैधानिक मार्ग से हल करने का प्रयत्न करना चाहिए. ज्ञात हो कि कुछ दिन पहले कमलताई गवई ने अमरावती में होनेवाले RSS के शताब्दी समारोह में शामिल होने से इंकार किया था.

संविधान को ही नहीं मगर देश की व्यवस्था पर कालिमा पोतने वाली घटना
सुप्रीम कोर्ट में मुख्य न्यायाधीश पर चप्पल फेंकने का जो प्रयत्न हुआ यह घटना केवल हमारे संविधान को ही नहीं मगर देश की व्यवस्था पर कालिमा पोतने वाली घटना थी. यह घटना निंदनीय है ऐसा हम सभी मान रहे है, मगर यह कोई व्यक्तिगत हमला नहीं था यह एक जहरीली विचारधारा का परिणाम था। इस जहरीली विचारधारा को हम सब ने मिलकर रोकना चाहिए.ऐसा मत जस्टिस गवई की बहन ने व्यक्त किया. अगर कोई भी व्यक्ति कानून के खिलाफ बर्ताव करेगा तो उसके खिलाफ कदम उठाया जाना चाहिए. बीआर गवई इन्होने इस घटना को नज़रअंदाज़ करने की अपील लोगों से की थी मगर यह घटना ऐसी नहीं है जिसको नज़रअंदाज़ किया जा सके.ऐसा मत भी उन्होंने पीटीआई के साथ बातचीत में व्यक्त किया.