कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने देश में कोविड-19 महामारी के मामलों में बढ़ोतरी को चिंताजनक करार दिया है। उन्होंने जोर देकर कहा कि देश में टीकाकरण की गति तेज करने की जरूरत है ताकि अगली लहर में महामारी के गंभीर प्रभाव से बचा जा सके। उन्होंने लोगों से सावधानी बरतने की अपील की।
उन्होंने मोदी सरकार के राष्ट्रीय मौद्रिकरण पाइपलाइन (एनएमपी) पर फिर एक बार निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार इस समय ‘बेचने’में लगी हुई है। कांग्रेस नेता ने ट्वीट किया, ‘‘कोविड-19 के मामलों में वृद्धि चिंताजनक है। टीकाकरण को गति दी जानी चाहिए ताकि अगली लहर में महामारी के गंभीर प्रभाव से बचा जा सके।
मौद्रिकरण के नामपर कुल 400 रेलवे स्टेशनों, 90 यात्री रेलगाड़ियों, रेलवे के कई खेल स्टेडियम और कॉलोनियों के साथ ही प्रसिद्ध कोंकण और पहाड़ी रेलवे भी सरकार निजी हाथों में सौप देंगी। इसी को लेकर राजनीति तेज हो गई है। विपक्ष सरकार पर सार्वजनिक क्षेत्र की संपत्तियों को बेचने का आरोप लगा रहा है। कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने सरकार पर बड़ा आरोप लगाते हुए केंद्र जवाहरलाल नेहरू द्वारा सार्वजनिक क्षेत्र में लाई गई संपत्ति को कुछ पूंजीपतियों को बेचने की साजिश मोदी सरकार कर रही है। यह देश को नुकसान पहुंचाएगा और पिछड़े वर्ग, ओबीसी के लोगों के लिए सुनिश्चित नौकरियों को समाप्त कर देगा। हम चाहते हैं कि सरकार संपत्ति में सुधार करे और रोजगार बढ़ाए।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी मोदी सरकार के फैसले पर सवाल उठाये है। उन्होंने पत्रकारों से कहा, “हम इस चौंकाने वाले और दुर्भाग्यपूर्ण फैसले की निंदा करते हैं। ये संपत्ति देश की हैं। ये न तो मोदी की संपत्ति हैं और न ही भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की। वे (केंद्र सरकार) अपनी मर्जी से देश की संपत्ति को नहीं बेच सकते।”
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को छह लाख करोड़ रुपये की राष्ट्रीय मौद्रिकरण पाइपलाइन की घोषणा की थी।