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UPSC IAS , NEET , JEE जय ‍भीम मुख्यमंत्री प्रतिभा विकास योजना

UPSC IAS , NEET , JEE जय ‍भीम मुख्यमंत्री प्रतिभा विकास योजना

दिल्ली में प्रतियोगी परिक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्रों के लिए अच्छी खबर है। कोरोना महामारी से लगे लॉकडाउन के कारण बंद हुई दिल्ली सरकार की ‘जय भीम मुख्यमंत्री प्रतिभा विकास योजना’ को फिर से शुरू किया जा रहा है। इस योजना के तहत अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग और ईडब्ल्यूएस श्रेणियों से संबंधित छात्र जेईई, एनईईटी, सीएलएटी, सिविल सेवा, बैंकिंग, रेलवे, एसएससी आदि प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए निजी संस्थानों से मुफ्त कोचिंग प्राप्त कर सकते हैं।

समाज कल्याण मंत्री राजेन्द्र पाल गौतम ने योजना की घोषणा करते हुए कहा कि कई छात्र सिविल सेवा, डॉक्टर, इंजीनियर, वकील, बैंकर आदि बनने का सपना देखते हैं। कई बच्चों के माता-पिता सामाजिक और आर्थिक रूप से काफी कमजोर होते हैं, जिसकी वजह से बच्चे निजी कोचिंग से वंचित रह जाते हैं। इसे ध्यान में रखते हुए दिल्ली सरकार की जय भीम मुख्यमंत्री प्रतिभा विकास योजना है। इस योजना के तहत छात्रों को 46 पैनलबद्ध निजी कोचिंग संस्थानों से मुफ्त कोचिंग मिलेगी। अभी तक 15 हजार छात्रों ने इस योजना के लिए पंजीकरण किया है। शुरुआत में पांच हजार छात्रों को सुविधा मिलेगी जिसे बाद में 15 हजार तक बढ़ाया जाएगा।

राजेंद्र पाल गौतम ने ने कहा कि कोरोना महामारी और लॉकडाउन के कारण पिछले साल इस योजना को रोकUPSC IAS , NEET , JEE Main Free Coaching  दिया गया था। अब दिल्ली में स्कूल और अन्य गतिविधियां खोलने की अनुमति दी गई है। इसे देखते हुए विभाग ने इस योजना को फिर से शुरू करने का फैसला किया है और छात्रों के आवेदन आमंत्रित कर रहा है।उन्होंने कहा कि योजना के तहत निजी कोचिंग संस्थान में नि:शुल्क कोचिंग के साथ छात्र को 2,500 रुपये का मासिक वजीफा भी दिया जाएगा, जिसका उपयोग छात्र यात्रा या अध्ययन सामग्री की खरीद के लिए कर सकता है। योजना के तहत छात्रों  के पास किसी भी गैर-सूचीबद्ध कोचिंग संस्थानों में शामिल होने और योजना के तहत निर्धारित सीमा के अधीन शुल्क प्रतिपूर्ति प्राप्त करने का विकल्प भी है।

कोचिंग के लिए पात्रता

निशुल्क कोचिंग के लिए छात्र दिल्ली का निवासी और एससी, एसटी, ओबीसी, ईडब्ल्यूएस श्रेणियों से संबंधित हो। साथ ही छात्र की वार्षिक पारिवारिक आय सीमा आठ लाख रुपये तक होनी चाहिए। इसके अलावा छात्र का दिल्ली के स्कूलों से 10वीं और 12वीं कक्षा उत्तीर्ण होना भी जरूरी है।

इस तरह करना होगा आवेदन

छात्र संलग्न निर्धारित प्रारूप में प्रवेश के लिए सीधे संस्थान में आवेदन कर सकते हैं। वहीं, संस्थान पात्रता मानदंड को पूरा करने और सीटों की उपलब्धता के आधार पर छात्रों का नामांकन करेगा। नामांकन के बाद संस्थान ऐसे छात्रों की पूरी सूची कोचिंग कार्यक्रम शुरू होने के सात दिनों के भीतर विभाग को देगा। वहीं, जो छात्र गैर-सूचीबद्ध संस्थान में पढ़ना चाहता है तो छात्र सीधे कोचिंग सेंटर को लिखते हुए निर्धारित प्रारूप में आवेदन कर सकते हैं। छात्रों को मुख्यमंत्री प्रतिभा विकास योजना को लिफाफे के सबसे ऊपर लिखना होगा व पत्र को आईटीओ स्थित विकास भवन भेजना होगा। 

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