सीजेआई बीआर गवई का सुप्रीम कोर्ट में आज आखिरी दिन है. वे रविवार 23 नवंबर को रिटायर हो रहे हैं. उनके विदाई के लिए सुप्रीम कोर्ट एडवोकेट्स ऑन रिकॉर्ड एसोसिएशन ने फेयरवेल आयोजित किया . अपने विदाई भाषण के दौरान वे भावुक हो गए.
चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया बी. आर. गवई का सुप्रीम कोर्ट में आज आखिरी वर्किंग डे है. उनके रिटायरमेंट से पहले सुप्रीम कोर्ट में सेरेमोनियल विदाई कार्यक्रम आयोजित किया गया. CJI गवई की विदाई के इस सेरेमोनियल समारोह में सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ जस्टिस और कई वकील मौजूद रहे. कार्यक्रम के दौरान CJI गवई ने अपने अनुभव साझा किए. इस दौरान उन्होंने अपनी धार्मिक मान्यता को लेकर भी बात की और कहा कि वे व्यक्तिगत रूप से बौद्ध धर्म को मानते हैं.सुप्रीम कोर्ट एडवोकेट्स ऑन रिकॉर्ड एसोसिएशन (SCAORA) द्वारा आयोजित फेयरवेल फंक्शन में CJI गवई ने भावुक संबोधन दिया. विदाई भाषण के दौरान न्यायपालिका को लेकर उन्होंने कहा, ‘न्यायपालिका कभी एक व्यक्ति पर केंद्रित नहीं होनी चाहिए, चाहे वह CJI ही क्यों न हो.’
अगले सीजेआई के साथ कोर्ट नंबर वन में बैठे जस्टिस गवई
उनके विदाई समारोह में सुप्रीम कोर्ट में कोर्ट नंबर एक में CJI बीआर गवई के साथ जस्टिस सूर्यकांत भी हैं बैठे थे . जस्टिस सूर्यकांत , CJI बीआर गवई के बाद देश के अगले मुख्य न्यायाधीश होंगे. वे 24 नवंबर यानी सोमवार को सुप्रीम कोर्ट के सीजीआई का पदभार संभालेंगे. चीफ जस्टिस बीआर गवई का आज आखिरी वर्किंग डे है. हालांकि. उनका कार्यकाल रविवार 23 नवंबर को पूरा हो रहा है. यानी कि सीजेआई सुप्रीम कोर्ट से रविवार को रिटायर होंगे. चूंकि कोर्ट शनिवार और रविवार को बंद रहता तो आज उनका आखिरी वर्किंग डे रहेगा. इसलिए ही सुप्रीम कोर्ट परिसर में उनके फेयरवेल का कार्यक्रम आयोजित किया गया है.
मैं बौद्ध धर्म को…
चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया (CJI) बीआर गवई ने गुरुवार को एक फेयरवेल प्रोग्राम में अपनी धार्मिक मान्यता को लेकर खुलकर बात की. उन्होंने अपनी धार्मिक मान्यता पर बात करते हुए कहा, ‘मैं बौद्ध धर्म को मानने वाला हूं. लेकिन, वास्तव में एक सेक्युलर (धर्मनिरपेक्ष) व्यक्ति हूं. हिंदू, सिख, इस्लाम समेत सभी धर्मों में विश्वास रखता हूं…’


