बैंक ऑफ़ महाराष्ट्र एस सी एस टी एंड ओबीसी एम्प्लाइज एसोसिएशन की तरफ से विगत १ अक्टूबर को सूचना एवं मार्गदर्शन केन्द्र का उट्घाटन सम्पन्न हुआ। देश के दूर दराज़ के इलाकों से आनेवाले लोगों को आर्थिक नियोजन सम्बन्धी मार्गदर्शन हेतु प्रति वर्ष संघटन के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता दीक्षाभूमि पर अपनी सेवाएं देते हैं.
नागपुर : ६९ वें धम्म चक्र प्रवर्तन दिन की पूर्व संध्या पर नागपुर के दीक्षाभूमि पर बैंक ऑफ़ महाराष्ट्र के सूचना एवं मार्गदर्शन केन्द्र का उट्घाटन कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। बैंक ऑफ़ महाराष्ट्र एस सी एस टी एंड ओबीसी एम्प्लाइज एसोसिएशन की तरफ से देश के दूर दराज़ के इलाकों से आनेवाले लोगों को आर्थिक नियोजन सम्बन्धी मार्गदर्शन हेतु प्रति वर्ष इस केंद्न के माध्यम से पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता दीक्षाभूमि पर अपनी सेवाएं देते हैं.

बैंक की विभिन्न योजनाओ की जानकारी लोगो तक पहुंचना हर कर्मचारी की जिम्मेदारी
दीक्षाभूमि एक ऐसा स्थान है जहाँ देश के गाँव कस्बे से लेकर शहरों तक हर जगह से लाखों की संख्या में लोग आते हैं, ऐसे अवसर पर बैंक की पॉलिसीज कम समय में ज्यादा लोगों तक पहुंचना आसान हो जाता है इसलिए सभी धर्मो के कर्मचारियों ने यहाँ आकर बैंक की विभिन्न योजनाओ की जानकारी लोगो तक पहुंचना हर कर्मचारी की जिम्मेदारी है ऐसा एस सी एस टी एंड ओबीसी एम्प्लाइज एसोसिएशन के वरिष्ठ नेता डॉ. सिद्धार्थ राऊत ने अपने भाषण में कहा.
हमें संगठित होकर ही काम करना पड़ेगा :डॉ. सिद्धार्त राऊत
वर्त्तमान में देश की विभिन्न समस्याओं के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि आज देश में सबसे ज्वलंत प्रश्न अगर कोई है तो वह मतदार के रूप में आप के अधिकारों का रक्षण है. आज हमें जो वयस्क मतदार का अधिकार मिला है उसे पाने के लिए डॉ आंबेडकर ने शिद्दत से प्रयास किया था , उनकी इस बात का पुरजोर विरोध भी हुआ मगर वह रुके नहीं. और सायमन कमीशन के सामने यह बात राखी. राउंड टेबल कांफ्रेंस में यह मुद्दा रखा और तब भारत के नागरिको को मतदान का अधिकार मिला जिसका पूरा श्रेय डॉ. आंबेडकर को जाता है. वर्त्तमान के सामाजिक वातावरण में अगर हमें अपना अस्तित्व बनाये रखना है तो हमें संगठित होकर ही काम करना पड़ेगा ऐसा मत उन्होंने रखा.
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में अतुल पार्डिकर (उप क्षेत्रीय प्रबंधक, नागपुर क्षेत्र,) मुकेश कुमार शर्मा, (एजीएम सीपीसी, )अतुल वासनिक, (राष्ट्रीय अध्यक्ष, बैंक ऑफ महाराष्ट्र, आईबीएलओ,) सुभाष सहारे,( पूर्व एजीएम, )अभय पानबुडे,( पूर्व एजीएम,) अनिल गिरीसावरे, (एजीएम) के साथ साथ बड़ी संख्या में कर्मचारी एवं दीक्षाभूमि पर आनेवाले अनुयायियों ने उपस्थिति लगायी. सभी मान्यवरों ने अपने संक्षिप्त भाषण में डॉ. बाबासाहब आंबेडकर को अभिवादन करते हुए उपस्थित कर्मचारी एवं अनुयायियों को धम्म चक्र प्रवर्तन दिन की शुभकामनाये दी।सिद्धार्त राऊत, विवेक भगत , शीतल जांभुळकर ,रतनपाल कांबले , वर्षा हुमने श्वेयता डोंगरे,प्रियदर्शिनी देओगडे , स्वाति, अलीशा,कैलाश अहिरवार, और संघटन से सभी सदस्यों ने अपना योगदान देकर कार्यक्रम को सफल बनाया.
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