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डॉ बाबासाहब आंबेडकर अंतर्राष्ट्रीय पार्क अनशन मंडप में लगी भीषण आग , हजारो रुपये का सामान जलकर राख

डॉ बाबासाहब आंबेडकर अंतर्राष्ट्रीय पार्क अनशन मंडप में लगी भीषण आग , हजारो रुपये का सामान जलकर राख

डॉ बाबासाहेब अम्बेडकर अंतरराष्ट्रीय उद्यान प्रकल्प बचाओ समिति विगत ३५० दिनों से जिस मंडप में अनशन पर बैठे है, उसे विगत १५ सितम्बर की देर रात किसी अज्ञात व्यक्ति ने आग लगा दी. इस सन्दर्भ में समिति के अध्यक्ष चंदू पाटिल ने जरीपटका पुलिस स्टेशन में तक्रार दर्ज कराई है.

नागपुर: डॉ बाबासाहब आंबेडकर अंतरराष्ट्रीय पार्क की मांग पिछले ३० वर्षो से हो रही है मगर प्रशासन इस तरफ पूरी तरह से अनजान बना बैठा है, इस पार्क में दशहरे के लिए आने वाले देश – विदेश के लाखों लोगों के लिए रहने एवं भोजन की व्यवस्था, भव्य निवासस्थान, शैक्षणिक संस्थान, संशोधन केंद्र, एवं डॉ. बाबासाहब आंबेडकर की 130 फुट ऊँची प्रतिमा , बौद्ध विद्यापीठ , पाली भाषा संवर्धन केंद्र, धम्म प्रशिक्षण केंद्र ,विपश्यना केंद्र , आदि निर्माण करने की मांग हो रही है। इसी माँग को लेकर लगभग पिछले एक वर्ष से अनेक लोग अनशन पर बैठे हुए हैं। विगत १५ सितम्बर की देर रात किसी अज्ञात व्यक्ति ने आग लगा दी. इस सन्दर्भ में समिति के अध्यक्ष चंदू पाटिल ने जरीपटका पुलिस स्टेशन में तक्रार दर्ज कराई है.

अनशन में बाधा डालने के होते हैं प्रयास

डॉ बाबासाहेब अम्बेडकर अंतरराष्ट्रीय उद्यान का निर्माण न हो इसलिए कई विरोधी हर वक़्त कुछ न कुछ रुकावट पैदा करने का प्रयास करते हैं, हाल ही में सैकड़ों किलो ख़राब मांस अनशन केंद्र के समीप फेंका गया था ऐसी जानकारी समिति के अध्यक्ष चंदू पाटील ने दी।और अब विगत सोमवार देर रात अनशन मंडप को आग लगाकर जलाने का विफल प्रयास किया गया. घटनास्थल पर मौजूद चौकीदार की सतर्कता की वजह से बहुत बड़ी दुर्घटना होने से टल गई। इस घटना में मंडप का कुछ हिस्सा तथा बड़ी मात्रा में सामान जलकर खाक हो गया, जिससे हजारो रुपये का नुक़सान हुआ।

सैकड़ों अनुयायियों के साथ पहुंचे पुलिस स्टेशन

  • अज्ञात व्यक्ति द्वारा अनशन के स्थान पर आग लगाने की घटना के बाद समिति के अध्यक्ष चंदू पाटिल ने सैकड़ों अनुयायियों के साथ जरीपटका पुलिस स्टेशन पहुंचकर दोषियों पर कठोर से कठोर कार्रवाई करने की माँग की है। ज्ञात हो कि डॉ बाबासाहेब अम्बेडकर अंतरराष्ट्रीय उद्यान प्रकल्प बचाओ समिति ने नागपुर के मौजा नारा में डॉ बाबासाहेब अम्बेडकर अंतरराष्ट्रीय उद्यान के निर्माण लिए आरक्षित 130 एकर भूमि की रक्षा के लिए दो अक्टूबर २०२४ से अनिश्चितकालीन आंदोलन शुरू किया था। हालाँकि NIT अधिकारियों और ट्रस्टियों की कार्यप्रणाली के कारण आज तक यह उद्यान नहीं बन पाया है. एन आय टी अधिकारियो की हमेशा से ही दोहरी भूमिका रही है वे दावा करते हैं कि उनके पास उद्यान बनाने के लिए धन की कमी है, मगर सही वजह कुछ अलग ही है, जिसका लाभ उठाकर पार्क की मांग करने के लिए अनशन पर बैठे लोगो को डराया और परेशान किया जा रहा है.ऐसा आरोप समिति के अध्यक्ष चंदू पाटिल ने किया है।

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