बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने मंगलवार , 25 मार्च को OBC को पार्टी के साथ जोड़ने के लिए एक विशेष बैठक की. पार्टी का जनाधार बढ़ाने के लिए मायावती एक नया समीकरण साधने की कोशिश में हैं. दलित के साथ ओबीसी वर्ग को साथ लाकर पार्टी अपने सबसे ख़राब दौर से निकलने की कोशिश करती दिखाई दे रही है. याद रहें 2007 बसपा ने समाज के विविध वर्गों में कई भाईचारा सम्मेलन किये थे, जिसका फायदा पार्टी को हुआ था और बसपा पूर्ण बहुमत से सत्ता में आई थी.
यूपी में वर्तमान वक्त में पिछड़ों को भारतीय जनता पार्टी और समाजवादी पार्टी का वोट माना जाता है. अब मायावती, दोनों दलों के लिए नई चुनौती लेकर आ गई हैं. बसपा चीफ ने पिछड़ों को साधने की कड़ी में भाईचारा कमेटी बनाने का ऐलान किया है.

बसपा के इस अभियान में क्या है खास?
बसपा द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया- दलितों की तरह ही अन्य पिछड़े वर्गों (ओबीसी) के प्रति केन्द्र व राज्य सरकारों के जातिवादी द्वेषपूर्ण, हीन व संकीर्ण रवैये के कारण उनकी हर स्तर पर उपेक्षा, शोषण, तिरस्कार आदि का अपमान झेलते रहने से मुक्ति के लिए अपने मसीहा परमपूज्य बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर के संघर्ष के अनुरूप ‘बहुजन समाज’ के सभी अंग को आपसी भाईचारा के आधार पर संगठित राजनीतिक शक्ति बनकर वोटों की ताकत से सत्ता की मास्टर चाबी प्राप्त करने के संकल्प को बी.एस.पी. की राज्य-स्तरीय विशेष बैठक में आज और अधिक ऊर्जा, तीव्रता से सार्थक बनाने हेतु नया जोरदार अभियान शुरू करने का फैसला लिया गया है.
मायावती ने कई नेताओं को दी नई जिम्मेदारी, भाईचारा संगठन और जिलाध्यक्षों के नाम का ऐलान
बसपा सुप्रीमो मायावती ने इस बैठक के बाद पार्टी के तमाम नेताओं को राज्य के अलग-अलग मंडलों की जिम्मेदारी दी है. इसकी सूची भी जारी कर दी गई है.
प्रयागराज मंडल का बीएसपी भाईचारा संगठन की अवधेश कुमार गौतम और अनिल सिंह पटेल को दी गई है. वहीं महाकुंभ मेला भाईचारा संगठन की जिम्मेदारी प्रवीण गौतम और विकास पाल को दी गई है. जबकि फतेहपुर भाईचारा संगठन के संयोजक की जिम्मेदारी रिंकू गौतम और रामशरन पाल को दी गई है. इसके अलावा प्रतापगढ़ में शोभनाथ गौतम और बाके लाल पटेल को जिम्मेदारी सौंपी गई है.

वहीं भाईचारा संगठन की बात करें तो कौशांबी में मनीष गौतम और पप्पू निषाद, अयोध्या मंडल में रोहित गौतम और विजय वर्मा, अंबेडकरनगर में कृष्णकांत अंबेडकर उर्फ पंकज और मनोज कुमार वर्मा, सुल्तानपुर में दीपक भारती और नन्हेलाल निषाद, मिर्जापुर मंडल में संतोष कुमार और संतोष कुमार पाल के अलावा सोनभद्र में परमेश्वर और रमेश कुमार कुशवाहा को जिम्मेदारी दी गई है.
इसके अलावा भाईचारा संगठन की भदोही में रामसनेही गौतम और वंशीधर मौर्य, अमेठी में विद्या प्रसाद गौतम और रमेश कुमार मौर्या के अलावा बाराबंकी में प्रदीप कुमार गौतम और माधव सिंह पटेल को जिम्मेदारी सौंपी गई है. वहीं जिलाध्यक्षों की बात करें तो अयोध्या में कृष्ण कुमार पासी, अंबेडकरनगर में सुनील सावंत गौतम, सुल्तानपुर में सुरेश कुमार गौतम और अमेठी में दिलीप कुमार कोरी को जिलाध्यक्ष बनाया गया है.
जबकि बाराबंकी में कृष्ण कुमार रावत, प्रयागराज में पंकज कुमार गौतम, महाकुंभ मेला में सतीश जाटव, फतेहपुर में डॉ. दीप गौतम, प्रतापगढ़ में सुशील कुमार गौतम और कौशांबी में राकेश कुमार गौतम को जिलाध्यक्ष बनाया गया है. वहीं कौशांबी, लखनऊ, मिर्जापुर, रायबरेली और तमाम जिलों के जिलाध्यक्षों के नाम का ऐलान किया है.
Photo Credit : VIMAL VARUN