स्विट्जरलैंड के जेनेवा में पहली बार दुनिया के सबसे स्मार्ट AI रोबोट्स की प्रेस कॉन्फ्रेंस हुई। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में 51 AI रोबोट्स लगभग 3000 एक्सपर्ट्स के साथ आए थे। प्रेस कॉन्फ्रेंस में रोबोट्स ने अलग-अलग मुद्दों पर पूछे गए सवालों के जवाब भी दिए।
सबसे एडवांस्ड ह्यूमनॉइड रोबोट ने जिनेवा में संयुक्त राष्ट्र के दो दिवसीय एआई फॉर गुड ग्लोबल समिट में भाग लिया। AI रोबोट्स ने कहा कि वे दुनिया को इंसानों से बेहतर तरीके से चला सकते हैं। हालांकि, वे मानते हैं कि वे अभी तक मानवीय भावनाओं ठीक से नहीं समझ सके हैं। इन रोबोट्स ने इंसानों को सलाह भी दी है। रोबोट्स ने कहा कि उन्हें लगता है कि इंसानों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की तेजी से विकसित हो रही क्षमता को अपनाते समय सावधानी रखनी चाहिए।
AI को मानवता के लिए खतरा
कई बड़े लोगों जैसे बिल गेट्स और एलन मस्क ने AI को इंसानों के लिए बहुत बड़ा खतरा बताया हैं। डॉक्टर ज्यॉफ्रे हिंटन, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के गॉड फादर का कहना है कि AI मानवता के लिए खतरा है। अभी AI वरदान जैसा लग रहा हो, लेकिन ऐसा नहीं है।CEO सुंदर पिचाई का कहना है कि इसमें कोई संदेह नहीं कि AI के लिए नियम जरूरी हैं। कंपनियां AI के इस्तेमाल की खुली छूट नहीं दे सकती।स्टीफन हॉकिंग का कहना है कि AI सबसे बड़ी सफलता और खतरनाक समस्या बन सकती है। हम अभी इसके लिए तैयार नहीं हुए तो, यह इस सभ्यता की सबसे भयावह घटना बन सकती है।AI में अपार संभावनाएं और खतरे हैं। जो देश AI में ज्यादा आगे बढ़ेगा वह इसमें लीडर बनेगा और वह इस दुनिया पर राज करेगा।
रोबोट्स में बेहतर नेतृत्व की क्षमता है- सोफिया
प्रेस कॉन्फ्रेंस शुरू होने से पहले एक रोबोट ने कमरे में पढ़ते हुए कहा, “कितना खामोश तनाव है।” इस बारे में पूछे जाने पर कि क्या मनुष्यों की गलतियां करने की क्षमता को देखते हुए वे बेहतर नेता बन सकते हैं, के जवाब में हैनसन रोबोटिक्स द्वारा विकसित सोफिया ने स्पष्ट जवाब दिया। सोफिया ने कहा गया, “ह्यूमनॉइड रोबोट में मानव नेताओं की तुलना में अधिक दक्षता और प्रभावशीलता के साथ नेतृत्व करने की क्षमता है।” एआई रोबोट ने आगे कहा कि हमारे पास समान पूर्वाग्रह या भावनाएं नहीं हैं जो निर्णय लेने में बाधा डाल सकती हैं। हम डाटा और फैक्ट्स के आधार पर बेहतर फैसले ले सकते हैं।
ह्यूमनॉइड रोबोट ने कहा “एआई निष्पक्ष डाटा प्रदान कर सकता है जबकि मनुष्य सटीक निर्णय लेने के लिए इमोशनल इंटेलिजेंस और क्रिएटिविटी प्रदान कर सकता है। साथ मिलकर, हम महान चीजें हासिल कर सकते हैं।” हालांकि, रोबोट्स ने ये भी माना कि वे अभी तक मानवीय भावनाओं पर ठीक पकड़ नहीं बना सके हैं।
AI रोबोट ने कहा कि हमारे अंदर इंसानों जैसी भावनाएं नहीं हैं, लेकिन इससे हम सभी फैसलों को अपने तरीके से मजबूती के साथ फैक्ट्स के आधार पर काम में ले सकते हैं।
AI रोबोट्स ने ये भी माना है कि वो अभी तक इंसानों की भावनाओं को ठीक से समझ नहीं पाए हैं। रोबोट ऐडा ने कहा कि हम इंसान की उम्र 150 से 180 साल तक बढ़ा भी सकते हैं।
इस प्रेस कॉन्फ्रेंस का उद्देस्य जलवायु परिवर्तन, भूख और सामाजिक देखभाल जैसे मुद्दों में AI रोबोट के इस्तेमाल पर विचार करना था।
आईटीयू प्रमुख ने एआई को लेकर चेताया
इस ग्लोबल समिट को संयुक्त राष्ट्र की आईटीयू तकनीकी एजेंसी द्वारा आयोजित किया गया। आईटीयू प्रमुख डोरेन बोगडान-मार्टिन ने प्रतिनिधियों को चेतावनी दी कि एआई एक बुरे सपने परिदृश्य में समाप्त हो सकता है जिसमें लाखों नौकरियां खतरे में पड़ जाती हैं और अनियंत्रित प्रगति से अनकही सामाजिक अशांति, भू राजनीतिक अस्थिरता और आर्थिक असमानता पैदा होती है।