आम आदमी पार्टी ने अपने विचारधारा को स्पष्ट करते हुए डॉ. बाबासाहब आंबेडकर और शहीद ए आजम भगतसिंह को अपना आइकॉन माना है. लेकिन ये सिर्फ वोट्स का जुगाड़ है. असल में आम आदमी पार्टी भी मनुवादी विचारधारा से प्रेरित है. ये लोग सिर्फ दिखावे की राजनीती करते है.
दरअसल, पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार ने बहुजनों के आरक्षण के खिलाफ हाईकोर्ट में याचिका दायर की है. पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार आम आदमी यानी सरकार के पैसे से SC,ST,OBC आरक्षण के खिलाफ केस लड़ रही है। पंजाब सरकार ने लॉ ऑफिसर की नियुक्ति में आरक्षण हटा दिया है. इससे पहले लॉ ऑफिसर के लिए आरक्षण दिया जाता था। लेकिन पंजाब सरकार कमीशन के आदेश के खिलाफ हाई कोर्ट में केस लड़ रही है।
पंजाब सरकार ने कोर्ट में कहा है बहुजन समाज के लोगों में पात्रता नहीं है. प्रो. दिलीप मंडल ने ट्वीट कर आम आदमी पार्टी सरकार के आरक्षण विरोधी रवैये की आलोचना की है.
एडवोकेट जनरल दफ्तर में भरी जाने वाली 178 लॉ ऑफिसर के पदों में आरक्षण ना दिए जाने लोगों में गुस्से की लहर है. एडवोकेट जनरल द्वारा गृह विभाग को लिखी चिट्ठी में अनुसूचित जाति की कार्यकुशलता पर की गलत टिप्पणी की है. जिसके कारण लोगों में रोष व्यापत है.
डॉ. अंबेडकर कर्मचारी महासंघ पंजाब और फेडरेशन यूनिवर्सिटी इकाई द्वारा फेडरेशन के राज्य नेता डॉ. जितेंद्र सिंह मट्टू ने कहा कि पहली बार किसी सरकार ने पंजाब शेड्यूल कास्ट एंड बैकवर्ड क्लासेस रिजर्वेशन इन सर्विसेज एक्ट 2016 की उल्लंघना है। उन्होंने कहा कि एक तरफ डॉ. बीआर अंबेडकर की तस्वीरें सरकारी दफ्तरों में लगाई जा रही हैं, वहीं दूसरी तरफ बाबा साहब के बनाए संविधान को खत्म करने की कोशिश की जा रही है।