पाकिस्तान में पिछले दिनों भारी बारिश के दौरान सिंध प्रांत के पुरातात्विक स्थल मोहनजोदड़ो के करीब एक अनोखी प्राचीन मूर्ति मिली जिसे ‘बुद्ध पेंडेंट कहा गया, अब इस घटना के बाद चीन की सबसे बड़ी नदी सूखी तो वहांपर बुद्ध की मूर्तियां निकली. इसे निसर्ग का चमत्कार कहा जा रहा है.
यूरोप के बाद अब चीन भीषण गर्मी से तबाह है। चीन के कई शहरों में तापमान की बढोतरी नित दिन नए रिकॉर्ड बना रही है। तेजी से बढ़ रहे तापमान की वजह से चीन ने साल का पहला राष्ट्रीय सूखा अलर्ट भी जारी किया है। गर्मी की वजह से चीन की कई नदियां भी सूख रही हैं। इस बीच एशिया की सबसे बड़ी नदी भी लगभग तीन चौथाई सूख चुकी है। यांग्तजी नदी के गिरते जलस्तर के कारण चीन के दक्षिण पश्चिम शहर चोंगकिंग में एक जलमग्न द्वीप और उस पर बुद्ध मूर्तियां मिली हैं।
600 साल पुरानी हैं बौद्ध मूर्तियां
ये तीनों बौद्ध मूर्तियां एक चट्टान में बड़ी खूबसूरती से तराशी गईं हैं। जानकारों के मुताबिक ये मूर्तियां लगभग 1500 साल पुरानी हो सकती हैं। ये मूर्तियां फोयेलियांग नामक द्वीप चट्टान के पाई गईं, जिन्हें शुरू में मिंग और किंग राजवंशों के दौरान निर्मित के रूप में पहचाना गया था। इनमें से एक में कमल के आसन पर बैठे बुद्ध को दर्शाया गया है।
प्रख्यात इतिहासकार राजेंद्र प्रसाद सिंह ने फेसबुक पर लिखा है बड़ी खबर चीन से आ रही है।फिलहाल चीन में भीषण गर्मी है। सो नदियों का पानी घट गया है। चीन की यांग्त्जी नदी में भी पानी घटा है। सिचुआन प्रांत के चोंगकिंग में यांग्त्जी नदी से तीन बुद्धिस्ट मूर्तियाँ निकली हैं।तीनों बुद्धिस्ट मूर्तियाँ चट्टान पर बनी हैं। सामने की मूर्ति कमल आसन पर बुद्ध – मुद्रा में बैठी है।