कोरोना का संकट काफ़ी गहराया है ! समूचे देश समेत नागपुर में इसकी तीव्रता और भी ज़्यादा है !
ऐसे इस समय मस्जिद, गुरुद्वारा, चर्च समेत कई संस्थान मदत के लिए आगे आए है ! कई धार्मिक संस्थाओं ने *Quarantine Centre तो कुछ ने लंगर शुरू कर दिए, कई लोगों ने ऑक्सिजन रीफ़िलिंग तो कुछ ने मेडिसिन फ़्री में देना शुरू किया ! मानवता के लिए ये एक नेक पहल है !
लेकिन इन सबके बीच *नागपुर जैसे शहर में जहां सबसे ज़्यादा हमारे लोग infect हो रहें है ! * क्या हमारी कोई जिम्मेदारी है या नहीं ?
नागलोक में एक सेंटर शुरू हुआ है, कुछ जिम्मेदार लोग हॉस्पिटल्स के लिए मदत कर रहें है ! *लेकिन इसके अलावा एक समाज के तौरपर हम क्या कर रहें है ? *
हम बुद्ध विहारों में करुणा के बारे में स्पीच देते है, * सुनते है लेकिन आज जब लोग तड़प रहें है, इन्फ़ेक्शन से जूझ रहें है तो क्या हमारे *बुद्ध विहार कमिटी में जरा भी करुणा जागृत नहीं हो रही, *Quarantine centre या टिफ़िन सर्विस या अन्य कोई भी सेवा देने का मन नहीं कर रहा ? अगर ऐसा आपके मन में नहीं आ रहा है तो आप एक मृतवत समाज का हिस्सा बन गए हो !
हमने 3 दिन पहले अपील की थी अगर किसी विहार के पास जगह हो तो हम वहा Quarantine Centre डेवलप करेंगे, सब व्यवस्था नि:शुल्क होंगी, लेकिन किसी विहार का जवाब नहीं आया !
*रोते/बिलखते लोग देखकर भी आपका हृदय द्रवित नहीं होता तो आप कैसे बुद्ध के अनुयायी ? *
बाबासाहब डॉ. आंबेडकर ने ऐसे समाज की तो कल्पना नहीं की थीं ? दूसरों की तो छोड़ो जो अपने ही समाज के लोगों के लिए तत्पर नहीं ! आप मेयो, मेडिकल में जाकर देखिये सबसे ज़्यादा हमारे लोग जिंदगी और मौत से जूझ रहें है !
ऐसे में समाज के तौरपर जागृत होईए ! अपनी ज़िम्मेदारी निभाईयें !
आपके विहार कमिटी को Active कीजिए
लोगों कि हरसंभव मदत कीजिए !
आप कुछ नहीं कर सकते तो दान कीजिए !
समाज की बचायें ! इंसानियत बचाईयें !
Aman kamble 8600777177, 8600166662, 8600777180