बिहार के बाद अब १२ राज्यों में ‘SIR’ (स्पेशल इंटीग्रेटेड रिवीजन) शुरू होगा. CEC ने बताया कि SIR से बनी मतदाता सूची पर बिहार में ‘जीरो अपील’ दर्ज हुई.
देश की चुनावी प्रक्रिया से जुड़ी एक अहम घोषणा आज चुनाव आयोग ने की. भारत निर्वाचन आयोग (ECI) ने प्रेस कॉन्फ्रेंस ने १२ राज्यों में Special Intensive Revision (SIR) यानी मतदाता सूची के विशेष पुनरीक्षण की शुरुआत का ऐलान किया है. यह प्रक्रिया हाल ही में बिहार में पूरी की गई थी, जहां अगले महीने विधानसभा चुनाव होने वाले हैं.
मुख्य चुनाव आयुक्त का बड़ा संदेश: १२ राज्यों में शुरू होगा SIR
मुख्य चुनाव आयुक्त ने चुनाव प्रक्रिया में सुधार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम की घोषणा करते हुए कहा कि बिहार के पहले चरण के बाद अब १२ राज्यों में ‘SIR’ (स्पेशल इंटीग्रेटेड रिवीजन) कार्यक्रम शुरू किया जाएगा. CEC ने बिहार में इस प्रक्रिया की सफलता पर जोर दिया और बताया कि SIR से बनी मतदाता सूची पर मतदाताओं की ओर से ‘जीरो अपील’ दर्ज की गई है, जो इस प्रणाली की सटीकता और प्रभावशीलता को प्रमाणित करता है.
क्या होगी पात्रता?
मुख्य चुनाव आयुक्त ने मतदाता के लिए पात्रता को भी स्पष्ट किया, जिसके अनुसार वोट देने के लिए व्यक्ति का भारत का नागरिक होना, कम से कम 18 वर्ष की आयु पूरी करना. निर्वाचन क्षेत्र का सामान्य निवासी होना और किसी भी कानून के तहत अयोग्य न होना आवश्यक है, जो कि भारत के संविधान के अनुच्छेद ३२६ में निहित है.
१२ राज्यों/ केंद्र शासित प्रदेशों की वोटर लिस्ट आज रात होगी फ्रीज
मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) ज्ञानेश कुमार ने घोषणा की कि १२ राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों (UTs) की मतदाता सूची आज रात से फ्रीज कर दी जाएगी. जहां ‘स्पेशल इंटीग्रेटेड रिवीजन’ (SIR) प्रक्रिया शुरू की जानी है. उन्होंने कहा कि यह कदम इन क्षेत्रों में विस्तृत SIR अभ्यास शुरू करने से पहले मतदाता सूची को अंतिम रूप देने के लिए महत्वपूर्ण है.


