जय प्रकाश सिंह की बसपा में वापसी होने जा रही है। सात साल पहले मायावती ने उन्हें राहुल गांधी पर अभद्र टिप्पणी के बाद पार्टी से बाहर निकाल दिया था।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव २०२७ का समय जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है, वैसे-वैसे नेता और राजनीतिक दल अपनी तैयारियों को और तेज करने में लग गए हैं। बसपा सुप्रीमो मायावती भी मिशन२०२७ के लिए जी जान से लग गई है। हाल ही में लखनऊ में आयोजित एक रैली के जरिये बसपा सुप्रीमो मायावती ने अपनी ताकत का एहसास करा दिया है। साथ ही बसपा ने अब पुराने नेताओं को पार्टी में वापस लाने की तैयारी भी शुरू कर दी है। इसी क्रम में बसपा के एक पूर्व नेता की वापसी होने पर सहमति बन गई है। माना जा रहा है कि जल्द ही मायावती इसकी घोषणा कर सकती है। दरअसल,जय प्रकाश ने ७ साल पहले राहुल गांधी पर विदेशी मां की औलाद वाला बयान दिया था। इस कारण जय प्रकाश सिंह को बसपा सुप्रीमो मायावती ने पार्टी से निष्कासित कर दिया था।
चुनावी तैयारियों में जुटीं मायावती
बसपा सुप्रीमो मायावती ९ अक्टूबर को हुई रैली के बाद से २०२७ विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुट गई हैं। मायावती रैली के बाद से १०० से ज्यादा लोगों से पर्सनल मुलाकात कर चुकी हैं। साथ ही, लगातार बैठकों का सिलसिला भी जारी है। जानकार बताते हैं कि मायावती इस समय १५ से १६ घंटे लगातार चुनावी रणनीति का खाका तैयार कर रही हैं। मायावती की हर एक चीज पर नजर है। इसी क्रम में मायावती अब बसपा छोड़कर गए नेताओं को भी वापस लाने की तैयारी में जुट गई हैं। ऐसा माना जा रहा है कि आगामी चुनाव से पहले कई बड़े नेता बहुजन समाज पार्टी का दामन थाम सकते हैं।
मायावती के करीबी थे जय प्रकाश
फिलहाल, एक समय पर बसपा के बड़े नेता और मायावती के करीबियों में शामिल रहे जय प्रकाश सिंह की वापसी की चर्चाएं जोरों पर है। सूत्रों का कहना है कि जय प्रकाश सिंह ने सार्वजनिक मंच से माफी मांगने के बाद हाल ही में बसपा सुप्रीमो मायावती से मुलाकात भी की है इस मुलाकात में पश्चिमी यूपी के बसपा के एक बड़े नेता ने अहम रोल अदा किया है सूत्रों का यह भी कहना है कि पार्टी के वरिष्ठ नेता सतीश चंद्र मिश्रा और आकाश आनंद से सहमति मिलने के बाद जय प्रकाश सिंह की मुलाकात बसपा सुप्रीमो व पूर्व मुख्यमंत्री मायावती से कराई गई थी। जिसके बाद उनकी पार्टी में वापसी होने का रास्ता साफ हो गया है।
१९ अक्टूबर को बड़ी बैठक
बसपा सुप्रीमो मायावती १९ अक्टूबर को पार्टी पदाधिकारियों के साथ बड़ी बैठक करने जा रही है। माना जा रहा है कि बसपा के पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जय प्रकाश सिंह की वापसी का एलान भी इसी बैठक में हो सकता है। अगर इस बैठक में जय प्रकाश की वापसी का एलान नहीं होता है तो फिर आने वाले दिनों मायावती जरूर इसकी घोषणा कर सकती है।
मायावती ने लगाए थे गंभीर आरोप
जय प्रकाश सिंह को पार्टी से निकालने के बाद मायावती ने जय प्रकाश सिंह पर गंभीर आरोप लगाए थे। मायावती ने कहा कि जय प्रकाश उन्हें सीएम बनाने के नाम पर लोगों से चंदा वसूल रहे हैं। मायावती ने इसके लिए सभी से सावधान रहने की अपील भी की थी। अब उन्ही जय प्रकाश सिंह को बसपा में वापस लिए जाने की चर्चाएं होने लगी है। जय प्रकाश ने हाल ही में एक कार्यक्रम के दौरान मायावती से मांफी मांगी थी।
जय प्रकाश सिंह ने कहा था कि जैसे पूर्व सांसद अशोक सिद्धार्थ की पार्टी में वापसी हुई है। उसी तरह उन्हें भी माफ कर पार्टी में वापस ले लिया जाए। जय प्रकाश राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और नेशनल कोआर्डिनेटर की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं। ऐसे में उनकी पार्टी में वापसी से मायावती मजबूत हो सकती हैं।