बहुजन समाज पार्टी इस बार सोशल मीडिया में एक्टिव दिखना चाहती है. पार्टी ने अभी सोशल मीडिया को गंभीरता से लिया है. ट्रेडिटशनल तरीके से हटकर अब नए तरीकों पर मायावती काम कर रही है.
इस बार बसपा ने अपने सभी 403 विधानसभा क्षेत्र के प्रत्याशियों से आवेदन पत्र मांगे हैं. आवेदन पत्र के साथ एक कॉलम में सोशल मीडिया की डिटेल भी देनी है. बताना है कि प्रत्याशी का सोशल मीडिया अकाउंट कितना एक्टिव है. फेसबुक, टि्वटर जैसे प्लेटफार्म पर उसकी कितनी पोस्ट और क्या-क्या जानकारी शेयर है. आवेदन पत्र में सोशल मीडिया संबंधी जानकारियों के लिए अलग से कॉलम बनाया गया है. साथ ही ये तो बताना ही रहेगा कि वो प्रत्याशी पार्टी के पॉलिटिकल बैकग्राउंड, नीतियों और डॉ. बाबासाहब अंबेडकर की नीतियों से कितना परिचित है.
BSP ने विधानसभा चुनाव के लिए दावेदारी रख रहे प्रत्याशियों से कहा है कि वे आवेदन के साथ-साथ अपनी सोशल मीडिया एक्टिविटी का ब्यौरा भी दें.खबर के मुताबिक, टिकट मांग रहे प्रत्याशियों से कहा गया है कि वे बताएं कि BSP संस्थापक कांशीराम और बसपा अध्यक्ष मायावती से जुड़े लिटरेचर पर उन्होंने सोशल मीडिया में क्या-क्या काम किया है. पार्टी ने कहा है कि इन सब बातों को जानने के बाद ही उस प्रत्याशी को टिकट देने या न देने पर विचार होगा. आवेदन पत्र में सोशल एक्टिविटीज, जनता के लिए किये गए कार्य समेत कई जानकारिया मांगी गई है.
दरअसल बसपा 2017 के चुनाव तक सोशल मीडिया पर बहुत एक्टिव नहीं थी. लेकिन बदलते वक्त के साथ पार्टी ने अपने आप को मोल्ड करने का फैसला किया है. सोशल मीडिया के माध्यम से मनुवादी मीडिया को इस बार बसपा आइना दिखाएंगी.