65वें धम्मचक्र प्रवर्तन दिवस के उपलक्ष्य में दीक्षाभूमि परिसर पंचशील ध्वज और रोशनाई से जगमगा उठा है। इस बार दीक्षाभूमि पर धम्मचक्र प्रवर्तन दिवस का मुख्य समारोह नहीं होगा, लेकिन कोरोना का प्रभाव कम होने और राज्य सरकार द्वारा धार्मिक स्थल शुरू करने की अनुमति देने से अनुयायियों की बड़ी संख्या में आना तय माना जा रहा है। इसके लिए दीक्षाभूमि के द्वार खोल दिए गए हैं। बड़े पैमाने पर लोग यहां पहुंचकर भगवान बुद्ध, डॉ.बाबासाहब आंबेडकर को अभिवादन कर रहें है.
विजयादशमी के दिन अर्थात 15 अक्टूबर को सुबह 9 बजे भदंत आर्य नागार्जुन सुरेई ससाई की उपस्थिति में बुद्ध वंदना कर बाबासाहब को मानवंदना दी जाएगी।
धम्मचक्र प्रवर्तन दिवस के अवसर पर दिनांक 14 और 15 अक्टूबर को दीक्षाभूमि पर लोगों के स्वागत की तैयारियां की गई है. कोविड के दिशा-निर्देशों का पालन कर लोग दीक्षाभूमि आ सकते है। जिनके वैक्सीन के दोनों डोज हुए है उन्हें जाने की अनुमति है. वही 24 घंटे पहले आरटीपीसीआर टेस्ट करनेवालों को भी एंट्री है. लोगों की सुविधा के लिए पीने का पानी, शौचालय और नियंत्रण कक्ष की व्यवस्था की गई है।
दीक्षाभूमि पर आने वालों के लिए 6 वैक्सीनेशन सेंटर खोले गए हैं। अण्णाभाऊ साठे चौक स्थित नियंत्रण कक्ष, रहाटे कॉलोनी चौक, काच्छीपुरा चौक, बजाज नगर चौक, लक्ष्मी नगर चौक, नीरी मार्ग पर वैक्सीनेशन सेंटर खोले गए हैं। दीक्षाभूमि जाने वालों मार्गों पर अनुयायियाें को वैक्सीन प्रमाणपत्र दिखाने पर प्रवेश दिया जाएगा। जिन्होंने पहला डोज लेकर दूसरे डोज की कालावधि पूरी की है, उन्हें वैक्सीनेशन सेंटर पर दूसरा डोज देकर प्रवेश दिया जाएगा।
कोविड प्रतिबंधक वैक्सीन के दोनों डोज लगाने वालों को दीक्षाभूमि में प्रवेश दिया जाएगा। जिन्होंने पहला डोज लगाया, दूसरा डोज लगाने का कालावधि पूरा होना बाकी है अथवा एक भी डोज नहीं लगाया, ऐसे व्यक्ति को पहला डोज लगाकर कोविड की एंटीजन टेस्ट की जाएगी। रिपाेर्ट निगेटिव आने पर उन्हें दीक्षाभूमि में प्रवेश दिया जाएगा। वैक्सीनेशन सेंटर पर एंटीजन टेस्ट की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। स्वास्थ्य जांच तथा औषधोपचार की सुविधा भी उपलब्ध रहेगी।
महानगरपालिका की ओर से पीने के पानी की सुविधा के लिए 100 अस्थायी नल लगाए गए हैं। शासकीय आईटीआई छात्रावास की खुली जगह पर 500 अस्थायी शौचालयों की व्यवस्था की गई है।
दीक्षाभूमि पर करीब 2500 पुलिस जवानों ने मोर्चाबंदी संभाल ली। यहां आने वाले अनुयायियों को अंदर जाने से पहले जांच प्रक्रिया से गुजरना होगा। बिना मास्क के किसी को प्रवेश नहीं दिया जाएगा। अनुयायी की प्रवेश द्वार पर ही पुलिस की मौजूदगी में मनपा की टीम कोविड वैक्सीन के प्रमाणपत्र की जांच करेगी। दोनों वैक्सीन नहीं लेने वालों को प्रवेश नहीं दिया जाएगा। बाहरी राज्यों से आने वाले वाहनों के लिए दीक्षाभूमि के पास ही पार्किंग की व्यवस्था किए जाने की जानकारी पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार ने दी है।