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उत्तर प्रदेश की आधी आबादी के लिए मायावती ने चला बड़ा दांव

उत्तर प्रदेश की आधी आबादी के लिए मायावती ने चला बड़ा दांव

उत्तर प्रदेश में बहुजन समाज पार्टी ब्राह्मणों को पार्टी से जोड़ने की कोशिश कर रही है. प्रदेश में जगह-जगह ब्राह्मण सम्मेलन करके ब्राह्मणों को अपनी तरफ आकर्षित करने का प्रयास बसपा लगातार कर रही है. प्रदेश के ब्राह्मण बसपा के साथ लामबंद भी हो रहे हैं. अब इसी कड़ी में बसपा प्रमुख मायावती ने अब प्रदेश में सत्ता वापसी के लिए बड़ा दांव चल दिया है.

दलितों के ठोस वोट बैंक, अल्पसंख्यक, पिछड़ों और ब्राह्मणों के समर्थन के अलावा बसपा प्रमुख मायावती ने पहली बार महिला वोट बैंक पर निशाना साधा है. बसपा ने इसके लिए पार्टी महासचिव सतीश चंद्र मिश्र की पत्नी कल्पना मिश्र को मैदान में उतारा है. कल्पना मिश्रा ने मंगलवार को लखनऊ में बसपा के महिला प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन को संबोधित किया. इस सम्मेलन में 300 से ज्यादा महिलाएं शामिल थी. अपने आवास पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि मायावती शासन के दौरान, हमारी बेटियां और बहनें देर रात भी अपने घरों से बाहर निकल सकती थीं। कल्पना मिश्रा ने सभी व्यावहारिक उद्देश्यों के लिए राजनीति में कदम रखा है। वह अब स्वतंत्र रूप से महिलाओं के ‘प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलनों’ को संबोधित कर रही हैं। पार्टी सूत्रों ने कहा कि वह धीरे-धीरे अन्य जिलों में जाएंगी और इसी तरह के सम्मेलनों को संबोधित करेंगी।

कल्पना मिश्रा को ब्राह्मण समाज की महिलाओं को बसपा से जोड़ने की रणनीति के तहत उतारा गया है. खुशी दुबे को इंसाफ दिलाने की बात अभी सतीश चंद्र मिश्रा कर रहे हैं. यही बात अब कल्पना मिश्रा ने उठानी शुरू कर दी है. उनकी बात के अधिक प्रभाव की उम्मीद की जा रही है क्योंकि एक महिला होने के नाते महिला के इंसाफ की बात जब वो करती है तो ब्राह्मण समाज की महिलाओं से जुड़ाव की संभावनाएं प्रबल हो जाती है।

मायावती के निर्देशानुसार अब कल्पना मिश्र को आगे कर महिलाओं के बीच पैठ बनाने की पहल की जा रही है. बसपा ने पहली बार आधी आबादी को लक्षित करते हुए बड़ी चाल चली है. यह चाल अगर कामयाब रही तो ब्राह्मण समाज की महिलाओं के साथ दूसरे वर्ग की महिलाओं का भी बसपा से जुड़ाव का यह अभियान बनेगा.

कल्पना मिश्रा ने कहा कि आज उत्तर प्रदेश में चारों तरफ अराजकता का माहौल है। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस मुठभेड़ों में ब्राह्मण समुदाय के लोगों को मारा जा रहा है। कल्पना मिश्रा ने अपने पति सतीश चंद्र मिश्रा की तरह ही वकालत की पढ़ाई है.लेकिन पेशे के तौर पर वो वकालत नहीं कर रही हैं. वो घर-परिवार को संभालती हैं. कन्नौज की रहने वाली कल्पना मिश्रा की शादी सतीश चंद्र मिश्रा से 4 दिसंबर 1980 को हुई थी.

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