राजस्थान के हनुमानगढ़ ज़िले में रावतसर तहसील के किकरालिया गांव में जातिवाद का विकराल रूप सामने आया है. घर के बाहर लगाए गए डॉक्टर बाबासाहब आंबेडकर के पोस्टर को फाड़ने के बाद हुए विवाद में 22 वर्षीय दलित युवक विनोद मेघवाल की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई.
विनोद बामणिया की मौत के बाद लोगो में आक्रोश बढ़ता जा रहा है और बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा। हालांकि पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन लोगो में अभी भी गुस्सा देखने को मिल रहा है।
घटना के समय मृतक विनोद के साथ मौजूद रहे उनके भाई मुकेश मेघवाल ने फ़ोन पर बातचीत में बताया कि, “पांच जून की शाम को मैं और विनोद खेत पर जा रहे थे तभी एक गाड़ी हमारे पास रुकी और हम कुछ समझ पाते इतने में गाड़ी से निकले लोगों ने हम पर हॉकी स्टिक और लाठियों से हमला कर दिया.”
“विनोद के सिर पर कई बार लाठियां मारी गईं जिससे बहुत खून बहने लगा और वह बेसुध हो गया. मैं तुरंत वहां से भागा और परिजनों को सूचित किया.” परिजन विनोद को गंभीर हालत में रावतसर अस्पताल ले गए जहां से हनुमानगढ़ और फिर श्रीगंगानगर के लिए रेफ़र किया गया. सात जून सुबह इलाज के दौरान श्रीगंगानगर अस्पताल में विनोद ने दम तोड़ दिया. विनोद की मौत के बाद अस्पताल के सामने भीम आर्मी और मेघवाल समाज के लोगों ने धरना दिया और दोषियों के ख़िलाफ़ कार्रवाई की मांग की.
एफ़आईआर के मुताबिक़ 14 अप्रैल 2021 को गांव में विनोद ने डॉ आंबेडकर जयंती का उत्सव मनाया. इसके बाद बधाई संदेश का पोस्टर घर की दीवार पर लगाया था. एफआईआर में बताया कि 24 मई को गांव के ही कुछ युवक इस पोस्टर को फाड़कर ले गए. पोस्टर फाड़ने वाले युवकों का विनोद ने पता लगाया, जिसके बाद विवाद बढ़ गया.
विवाद शांत करने के लिए हुई पंचायत में दोनों पक्षों के बीच राज़ीनामा हो गया. लेकिन उसके बाद आरोपियों ने पांच जून को विनोद पर हमला कर दिया.
22 वर्षीय विनोद की दो साल पहले शादी हुई थी. उनके बड़े भाई और दो बहनों की भी शादियां हो चुकी हैं. उनके माता-पिता खेती करते हैं. विनोद छह बीघा ज़मीन बटाई पर लेकर खेती कर रहे थे.
उनके भाई मुकेश मेघवाल ने बताया कि विनोद भीम आर्मी रावतसर के सोशल मीडिया प्रभारी भी थे.
विनोद कुमार मेघवाल की मौत के बाद आरोपियों की गिरफ़्तारी और कड़ी सजा देने की मांग को लेकर जगह जगह विरोध प्रदर्शन का सिलसिला भी शुरू हुआ। श्रीगंगानगर और हनुमानगढ़ में राष्ट्रीय युवा मोर्चा, भारतीय मूल निवासी संगठन, डॉ. अंबेडकर नवयुवक संघ, भीम आर्मी, युवा क्रांति संस्थान सहित कई संगठनों ने विभिन्न कस्बों में एसडीएम को ज्ञापन दिए और विरोध जताया। भीम आर्मी सहित अन्य संगठनों ने आरोप लगाए की मृतक विनोद का आरोपियों के साथ खेत में बने रास्ते को लेकर पहले से विवाद भी चल रहा था और विनोद ने आरोपियों के खिलाफ पुलिस में शिकायत भी दर्ज करवा रखी थी , लेकिन पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया। इसने आरोपियों को शह देने का काम किया। विरोध प्रदर्शनों के बाद फिलहाल पुलिस ने दस आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस का कहना है कि जल्दी ही बाकी आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया जायेगा।
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