BSP अध्यक्ष मायावती ने बीजेपी समेत अन्य दलों पर जमकर प्रहार किया. उन्होंने कहा, यूपी में विधानसभा चुनाव के नज़दीक आते ही बीजेपी समेत अन्य दलों की तरफ से जनता को लुभाने का नाटक किया जा रहा है. केंद्र की बीजेपी सरकार द्वारा घोषणाएं, शिलान्यास और अधूरे काम का उद्घाटन किया जा रहा है. ये सब विधानसभा चुनाव में होने वाली हार को दर्शाता है. रामअचल राजभर-लालजी वर्मा के सपा ज्वाइन करने पर उन्होंने कहा की इनका कोई जनाधार नहीं है.
मायावती ने कहा, सपा और भाजपा का अंदर-अंदर प्रयास चल रहा है कि चुनाव को हिंदू -मुस्लिम बना दिया जाए. सपा और भाजपा दोनों का चरित्र, जातिवादी और सांप्रदायिक है. अखिलेश का 400 सीटों का दावा बचकाना है. इनकी इच्छा के लिए चुनाव आयोग को सीटों की संख्या बढ़ाकर 1000 कर देनी चाहिए.
मायावतीने कहा, बीएसपी बातें कम और ज़्यादा काम करने में विश्वास करती है. हमने अपने 4 शासनकाल में दिखाया है. बीजेपी को जनहित की चिंता नहीं है. बीते दिनों पेट्रोल-डीजल की कीमतों को जनता जल्द भूलने वाली नहीं है. जो रेट अब कम किए गए हैं, बीजेपी जनता से किसी न किसी तरह वसूल लेगी. मुफ्त राशन भी चुनाव बाद खत्म हो जाएगा. यूपी में बीजेपी द्वेषपूर्ण काम कर अपने कामों पर पर्दा डालने का काम कर रही है. सपा के साथ इनकी अंदरूनी साठगांठ है. इसी लिए साम्प्रदायिक और धार्मिक मुद्दों को उठाकर चुनाव को हिन्दू मुस्लिम बनाने की चाल है.
बसपा अध्यक्ष ने कहा, किसान भी केंद्र के अहंकारी व्यवहार से गुस्से में है. सरकार की गलत सोच की वजह से गरीब और शोषित वंचित लोग बहुत परेशान है. मैंने 9 अक्टूबर को कांशीराम की पुण्यतिथि के मौके पर कार्यकर्ताओं को हर सीट के पोलिंग बूथों की समीक्षा का काम दिया था. जिसके वोटर कार्ड अबतक नहीं बने हैं, उन्हें बनवाने का काम हमारे कार्यकर्ता कर रहे हैं. हम भीड़ इकट्ठा करके हवा-हवाई ताक़त दिखाने में विश्वास नहीं करते.
उन्होंने कहा, मुख्यमंत्री सरकारी कर्मचारियों की भीड़ जमा कर ताक़त दिखाने का काम करते हैं. पूर्वांचल एक्सप्रेसवे, कुशीनगर हवाई अड्डा और ज़ेवर का श्रेय बीजेपी को नहीं लेना चाहिए. बीएसपी ने मेट्रो और एक्सप्रेसवे की रूपरेखा बनाई थी. केंद्र की कांग्रेस सरकार की तरफ से पैदा की गई रुकावट की वजह से हम काम नहीं कर पाए थे. योगी जी की तरह मेरा ख़ुद का परिवार नहीं है. योगी ने दिखावे के लिए भगवा चोला पहन लिया है जबकि मेरा परिवार अभी वर्ग और धर्म के लोग हैं. मुख्यमंत्री ने एक जाति विशेष के लोगों का ही ख़्याल रखा है.
चुनाव लड़ने के सवाल पर मायावती ने कहा, मेरी तुलना किसी से करने की ज़रूरत क्या है. आकाश आनंद के उत्तराधिकारी बनने पर उन्होंने कहा, अभी मैं स्वस्थ हूं. उन्होंने यह भी साफ कर दिया कि बीएसपी अकेले चुनाव लड़ेगी. बीएसपी नेताओं के सपा में जाने के सवाल पर उन्होंने कहा, उनका जनाधार होता तो मैं उनको निकालती क्यों?