सिद्धार्थनगर में भाजपा के पूर्व विधायक राघवेंद्र प्रताप सिंह ने विवादित बयान दिया है। उन्होंने एक जनसभा में कहा- अगर मुस्लिम लड़के दो हिंदू लड़की को ले जाते हैं और मुस्लिम बनाते हैं तो तुम १० मुस्लिम लड़की को लेकर जाओ। शादी-विवाह का पूरा खर्चा हम करेंगे। सुरक्षा की भी गारंटी देते हैं।
अब वह अंधेर नगरी नहीं है। अखिलेश यादव का जमाना नहीं है। अन्य पार्टियों जो मुस्लिम तुष्टिकरण करती थीं, उनका जमाना नहीं है। योगी जी का जमाना है। डरने की जरूरत नहीं है। तुम जो चाहे वह करो, हम तुम्हारे साथ हैं।
सिद्धार्थनगर में भाजपा के पूर्व विधायक राघवेंद्र प्रताप सिंह ने विवादित बयान दिया है। उन्होंने एक जनसभा में कहा- अगर मुस्लिम लड़के दो हिंदू लड़की को ले जाते हैं और मुस्लिम बनाते हैं तो तुम १० मुस्लिम लड़की को लेकर जाओ। शादी-विवाह का पूरा खर्चा हम करेंगे। सुरक्षा की भी गारंटी देते हैं। अब वह अंधेर नगरी नहीं है। अखिलेश यादव का जमाना नहीं है। अन्य पार्टियों जो मुस्लिम तुष्टिकरण करती थीं, उनका जमाना नहीं है। योगी जी का जमाना है। डरने की जरूरत नहीं है। तुम जो चाहे वह करो, हम तुम्हारे साथ हैं।
पूर्व विधायक का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है, जो १६ अक्टूबर का है। वे धनखरपुर गांव में जनसभा को संबोधित कर रहे थे. पूर्व विधायक ने सभा में कहा, मैं कह रहा हूं २ पे कम से कम १० मुसलमान लड़की लाओ । उन्होंने सामने बैठे लोगों से शादी हम कराएंगे और ये घोषित करते हैं कि जो हिंदू लड़का, मुस्लिम लड़की लाएगा , उसकी नौकरी का इंतजाम हम करेंगे। उन्होंने कहा कि योगी जी की सरकार है और मैं योगी जी का सिपाही हूं। अब घबराने की जरूरत नहीं है। अपनी तैयारी करो हम तुम्हारे साथ हैं। हम पहले छेड़ते नहीं लेकिन कोई छेड़े तो हम छोड़ते नहीं हैं।
राघवेंद्र प्रताप सिंह पर कांग्रेस का पलटवार
यूपी कांग्रेस ने डुमरियागंज से पूर्व विधायक राघवेंद्र प्रताप सिंह पर पलटवार किया है। X पर लिखा- यह शर्मनाक बयान भाजपा के पूर्व विधायक राघवेंद्र प्रताप सिंह ने भरी जनसभा में दिया है। धर्म के नाम पर नफरत फैलाना, समाज को तोड़ना और बेरोजगार युवाओं को भटकाना, यही भाजपा की असली राजनीति बन चुकी है। पूर्व विधायक राघवेंद्र प्रताप सिंह के मुताबिक, एक महीने के भीतर दो हिंदू लड़कियों ने मुस्लिम लड़कों से शादी कर ली है। इसी सिलसिले में एक बैठक बुलाई गई थी।
बसपा ने जताया विरोध
’मुस्लिम लड़की लाओ, नौकरी पाओ, के ताज़ा संकीर्ण व घृणित बयान के साथ-साथ यूपी व उत्तराखण्ड सहित अन्य और राज्यों में भी धर्म परिवर्तन, लव जिहाद और ना जाने क्या-क्या नफरती नाम देकर तथा उसके विरुद्ध क़ानून को अपने हाथ में लेकर साम्प्रदायिक व जातिवादी द्वेष, वैमनस्य, अशान्ति, अराजकता एवं लोगों के जान-माल व मज़हब पर ख़तरा बन जाने का शरार्थी तत्वों का यह विषैला हिंसात्मक खेल अति-निन्दनीय।
ऐसे आपराधिक, अराजक व असामाजिक तत्व सभ्य व संवैधानिक सरकार के लिये खुली चुनौती और ख़तरा हैं। इन्हें शह व संरक्षण देने के बजाय सरकारें राज्य की करोड़ों जनता के हित व कल्याण को ध्यान में रखते हुये कानून का राज स्थापित करना सुनिश्चित करने के लिये ऐसे लोगों के खिलाफ सख़्त कानूनी कार्रवाई करें, यही व्यापक जन व देशहित में।


