उत्तर प्रदेश पुलिस का दागदार चेहरा फिर सामने आये है. आगरा के जगदीशपुरा इलाके में कथित तौर पर पुलिस कस्टडी में अरूण वाल्मीकि नाम के एक शख्स की मौत हो गई. अब इस मामले में लोगों ने गुस्सा जाहिर किया है. बसपा अध्यक्ष मायावती ने ट्ववीट कर इस मामले में कठोर कार्रवाई की बात कही है.बसपा जिल्हाध्यक्ष ने भी पीड़ित परिवार के साथ मिलकर दोषी पुलिसवालों के खिलाफ जल्द से जल्द कठोर कार्रवाई के लिए आग्रह किया है. इस बीच पीड़ित परिवार के परिजनों का दुख बांटने के लिए आगरा जा रही प्रियंका गांधी को यमुना एक्सप्रेस वे पर रोक लिया. इस दौरान एक्सप्रेस वे के एंट्री प्वाइंट पर पुलिस से कांग्रेस कार्यकर्ताओं की झड़प भी हुई.
इस दौरान प्रियंका गांधी ने कहा कि मैं पीड़ित परिवार के परिजनों का दुख बांटने के लिए आगरा जाना चाहती हूं. आखिर विपक्ष के नेताओं के मूवमेंट से सरकार को क्यों डर लगता है. इससे पहले प्रियंका गांधी ने ट्वीट किया, ‘’किसी को पुलिस कस्टडी में पीट-पीटकर मार देना कहां का न्याय है? आगरा पुलिस कस्टडी में अरुण वाल्मीकि की मौत की घटना निंदनीय है. भगवान वाल्मीकि जयंती के दिन उप्र सरकार ने उनके संदेशों के खिलाफ काम किया है. उच्चस्तरीय जांच, पुलिस वालों पर कार्रवाई हो और पीड़ित परिवार को मुआवजा मिले.’’
गौरतलब है कि 17 तारीख को मालखाने से 25 लाख रुपए चोरी का मामला सामने आया था. इस मामले में पुलिस ने कल सफाई कर्मचारी अरुण को ताजगंज इलाके से हिरासत में लिया था, लेकिन इस मामले में पुलिस वाले भी शामिल होने की बात उसने कही उसके बाद उसे जोरदार तरीके से मारा-पिटा गया जिसके बाद आज सुबह अरुण की हिरासत में मौत हो गई. इस खबर की जानकारी के बाद से हड़कंप मच गया है. वहीं एहतियातन पूरे थाने को छावनी में तब्दील कर दिया है.