बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अध्यक्ष मायावती ने सुप्रीम कोर्ट से पेगासस जासूसी मामले का स्वत: संज्ञान लेकर अपनी निगरानी में इसकी जांच कराने का अनुरोध किया है। मायावती ने बृहस्पतिवार को ट्वीट किया, संसद में पेगासस मामले को लेकर गतिरोध उत्पन्न होने के बावजूद केंद्र सरकार इस प्रकरण की जांच कराने को तैयार नहीं है। ऐसे में उच्चतम न्यायालय इसका स्वत संज्ञान लेते हुए अपनी निगरानी में इसकी जांच कराए।
उन्होंने ट्वीट किया, संसद का चालू मानसून सत्र देश, जनहित एवं किसानों के लिए अति-जरूरी मुद्दों पर सरकार एवं विपक्ष के बीच अविश्वास एवं भारी टकराव के कारण ठीक से चल नहीं पा रहा। पेगासस जासूसी कांड भी काफी गरमा रहा है। इसके बावजूद केन्द्र इस मुद्दे की जांच कराने को तैयार नहीं है। इससे देश चिंतित है। मायावती ने एक अन्य ट्वीट किया, ऐसे में बसपा उच्चतम न्यायालय से अनुरोध करती है कि वह देश में इस बहुर्चिचत पेगासस जासूसी मामले का खुद संज्ञान लेकर इसकी जांच अपनी निगरानी में कराए, ताकि इस संबंधी सच्चाई जनता के सामने आ सके।
बता दें कि मायावती सहित विपक्ष की कई पार्टियां पेगासस मामले को लेकर लगातार सरकार पर हमलावर हैं। वहीं कांग्रेस समेत 14 विपक्षी दलों के नेताओं ने पेगासस जासूसी प्रकरण और अन्य मुद्दों पर संसद के मौजूदा मानसून सत्र के दौरान सरकार को घेरने एवं दबाव बनाने की रणनीति पर बुधवार को चर्चा की। राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े के संसद भवन स्थित कक्ष में हुई इस बैठक में खडग़े के अलावा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, शिवसेना के संजय राउत, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रफुल्ल पटेल, द्रमुक के टीआर बालू और अन्य दलों के नेता मौजूद थे। राहुल गांधी ने कहा, हम महंगाई, पेगासस और किसानों के मुद्दों पर समझौता नहीं करना चाहते। हम सदन में चर्चा चाहते हैं.