- महाराष्ट्र और हरियाणा में लगातार चुनावी हार के बाद कांग्रेस पार्टी में आत्ममंथन और निर्णायक कार्रवाई की मांग उठने लगी है. पार्टी के नेताओं ने मल्लिकार्जुन खरगे के नेतृत्व में सुधार की दिशा में कदम उठाने का संकल्प लिया है. खबरों के मुताबिक, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पार्टी अध्यक्ष से “कड़ी कार्रवाई” करने का अनुरोध किया है. कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा पार्टी को मजबूत करने के लिए ऊपर से लेकर नीचे तक बदलाव की जरूरत है।
कांग्रेस कार्यसमिति (CWC) को संबोधित करते हुए मल्लिकार्जुन खरगे ने पार्टी में आपसी कलह और विरोधी बयानबाजी को लेकर चेतावनी दी और कहा कि चुनावी हार के बाद पार्टी की जिम्मेदारी तय करने और कमी का पता लगाने के लिए “कठिन फैसले” लेना अनिवार्य है. उन्होंने कहा, ‘हमें चुनावी रणनीति में भी सुधार करना होगा, माहौल पक्ष में मतलब जीत की गारंटी नहीं होता है।’ कांग्रेस अध्यक्ष ने बैठक में एक बार फिर EVM पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा, ‘EVM ने चुनाव प्रक्रिया को संदिग्ध बना दिया है, चुनाव आयोग को स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करना चाहिए
कांग्रेस का देशभर में आंदोलन का ऐलान
कांग्रेस ने चुनाव प्रक्रिया को लेकर चिंताओं का समाधान करने के लिए INDIA गठबंधन पार्टियों के साथ मिलकर देशभर में आंदोलन करने की योजना बनाई है. पार्टी के संचार सचिव जयराम रमेश ने कहा कि जल्द ही जनसमर्थन जुटाने के लिए रैलियां आयोजित की जाएंगी. खड़गे ने कहा कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में कोई भी अंकगणित परिणामों को सही नहीं ठहरा सकता। लोकसभा चुनाव में जिस तरह से महाविकास अघाड़ी (MVA) ने प्रदर्शन किया, उस हिसाब से विधानसभा के परिणाम देखकर चुनावी पंडित भी भ्रमित हैं। खड़गे ने कहा- राज्य चुनावों में उम्मीद से कम प्रदर्शन हमारे लिए चुनौती है। पार्टी नेताओं में एकता की कमी, एक-दूसरे के खिलाफ बयानबाजी चुनावों में हमें नुकसान पहुंचा रही है, इस पर सख्त अनुशासन की जरूरत है। पार्टी को मजबूत करने के लिए जमीनी स्तर से लेकर AICC तक बदलाव लाने होंगे।
CWC के प्रस्ताव में कहा गया, “निराश होने या घबराने की कोई वजह नहीं है. हमें नए संकल्प और निश्चय के साथ प्रयास जारी रखना चाहिए. अब पहले से कहीं अधिक एकता और अनुशासन की आवश्यकता है.” प्रस्ताव में कहा गया, “पार्टी को अपना कथानक मजबूत करना चाहिए, जिसमें जाति जनगणना, अनुसूचित जातियों, अनुसूचित जनजातियों और ओबीसी के लिए 50 प्रतिशत आरक्षण की सीमा को हटाने, राजनीतिक संरक्षण के तहत बढ़ती मोनोपोलियों पर नियंत्रण, और बढ़ती महंगाई व बेरोजगारी शामिल हैं.”
कांग्रेस ने अपनी कार्यसमिति की बैठक में चुनाव में EVM की भूमिका को लेकर सवाल भी खड़े किए गए हैं.
कांग्रेस ने लेटर में इन मुद्दों को उठाया
- वोटर्स को मनमाने ढंग से जोड़ा और हटाया गया। इसके चलते जुलाई 2024 से नवंबर 2024 के बीच महाराष्ट्र में वोटर लिस्ट में लगभग 47 लाख नए वोटर्स शामिल किए गए।
- ऐसा 50 विधानसभा क्षेत्रों में औसतन 50 हजार नए वोटर्स जोड़े गए, उनमें से 47 सीटों पर सत्ताधारी गठबंधन और उसके सहयोगियों ने जीत दर्ज की।
- 21 नवंबर 2024 को शाम 5 बजे तक महाराष्ट्र में वोटिंग प्रतिशत 58.22% था, जो रात 11:30 बजे तक बढ़कर 65.02% हो गया। फाइनल रिपोर्ट में 66.05% वोटिंग दर्ज की गई। जो काउंटिंग शुरू होने से कई घंटे पहले घोषित हुआ। एक घंटे में यानी शाम 5 बजे से 6 बजे के बीच लगभग 76 लाख वोट डाले गए।