भारत की बैडमिंटन स्टार पीवी सिंधू ने तोक्यो ओलंपिक में महिला एकल का कांस्य पदक जीता। इससे पहले उन्होंने रियो ओलंपिक में रजत पदक हासिल किया था। ओलंपिक में दो व्यक्तिगत पदक जीतने वाली स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी पी वी सिंधू ने कहा कि ध्यान (Meditation) लगाने से उन्हें अपने करियर में सफलताएं हासिल करने में मदद मिली क्योंकि इससे चित शांत रहता है और भावनाओं को बेहतर समझा जा सकता है।
पुसरला वेंकट सिंधु ने कहा, ‘‘ध्यान लगाने से मैं शांतचित बनी रहती हूं और इससे मुझे भावनाओं को बेहतर तरीके से समझने में मदद मिलती है। इससे मुझे अपनी आगे की योजनाओं को तैयार करने में भी मदद मिलती है।’’ सिंधु ने कहा, ‘‘लोगों को इस बात पर अजीब लगता है कि क्या ध्यान लगाने से सफलता मिलती है। मैं सभी को बताना चाहती हूं कि ध्यान लगाना सफलता की दवा नहीं है लेकिन यह दिमाग को शांत रखने में मदद करता है। इससे मुझे अगले कदम की रणनीति बनाने में भी मदद मिलती है। विशेषकर तनावपूर्ण स्थिति, जैसे महामारी में मेडिटेशन शांत रहने में मददगार साबित होता है।’’
उन्होंने हैदराबाद के हर्टफुलनेस इंस्टीट्यूट का दौरा करने के बाद कहा, ‘‘महामारी के इस तनावपूर्ण दौर में ध्यान से शांतचित बने रहने में मदद मिलती है। ध्यान लगाने से मुझे मेरे करियर में मदद मिली। मैं मैचों के दौरान मुश्किल परिस्थितियों का आसानी से सामना कर सकती हूं।’’
विपस्सना अर्थात मेडिटेशन यह भगवान बुद्ध द्वारा सिखाई गई कला है