उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) की अध्यक्ष मायावती का विरोधी दलों पर हमला लगातार जारी है. इसी कड़ी में बीएसपी चीफ मायावती ने रविवार को किसानों और बेरोजगारों की आत्महत्या का मामला उठाते हुए सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर निशाना साधा.
बीएसपी अध्यक्ष ने ट्वीट कर कहा,
“कर्ज में डूबे घुटन का जीवन जीने को मजबूर किसानों द्वारा आत्महत्या की खबरें विचलित करती हैं, किंतु अब बेरोजगार युवाओं द्वारा भी आत्महत्या करने की विवशता ने राष्ट्रीय चिंता, बेचैनी और आक्रोश को और बढ़ा दिया है. फिर भी विकास और इंडिया शाइनिंग आदि जैसा बीजेपी का दावा कितना उचित?”
बीएसपी अध्यक्ष ने आगे कहा, “साथ ही, बीजेपी द्वारा संसद में भी बेरोजगारी की ज्वलंत राष्ट्रीय समस्या से इनकार करना इनकी यह गलत और अहंकारी सोच नहीं है तो और क्या है? कौन युवा बेरोजगारी का ताना और अपमान सहना चाहता है? बीजेपी के लोग अपनी संकीर्ण सोच और मानसिकता को त्यागें, तभी देश का कुछ भला संभव.”
इससे पहले शनिवार को औरैया में एक जनसभा को संबोधित करते हुए बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो व पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में अन्य विभागों के भी कर्मचारी जो आए दिन अपनी मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन व हड़ताल करते रहते हैं, उन सभी मामलों को निपटाने के लिए एक आयोग का गठन किया जाएगा। उनकी सही मांगों को मान लिया जाएगा। इसमें कर्मचारियों की पुरानी पेंशन का मामला भी शामिल है क्योंकि हमारी पार्टी नई पेंशन व्यवस्था से कतई सहमत नहीं है। इसलिए बहुजन समाज पार्टी की सरकार बनने पर पुरानी पेंशन व्यवस्था को लागू किया जाएगा।