ट्विटर पर नेविल शाह नाम के एक कॉमेडियन ने तथा वरुण ग्रोवर ने भी बसपा अध्यक्ष मायावती के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी की. जिसके बाद देशभर में इनका जमकर विरोध हो रहा है. प्रो. दिलीप मंडल ने इन दोनों समेत नेविल शाह इस ब्राह्मण कॉमेडियन का पक्ष लेनेवाले कुणाल कामरा पर भी जमकर बरसे. उन्होंने लिखा ये लोग ये सब ज़हर बचपन से अपने परिवार में सीखते हैं। इनके ड्राइंग रूम और डिनर टेबल पर यही बातचीत होती है। वरुण के दिमाग़ में ये ज़हर उसके परिवार की ट्रेनिंग से आया है। वरना छह साल के सवर्ण बच्चे मिड डे मील खाने से ये कहकर मना नहीं करते कि खाना दलित महिला ने बनाया है. वरिष्ठ पत्रकार मीणा कोतवाल ने लिखा, बहन @Mayawati जी 4 बार UP की मुख्यमंत्री रहीं, वे देश की पहली दलित महिला CM बनीं.आज देश की तीसरी सबसे बड़ी पार्टी की मुखिया हैं लेकिन जातिवादी नेविल शाह चाहता था की बहनजी पर कोई जूते फेंके! अब यह घटिया शख्स माफी मांग रहा है, लेकिन मेरा मानना है कि इस तक लानतें भेजते रहिए।
द न्यूज़ ब्रेक के संस्थापक सुमित चौहान ने लिखा है BSP अध्यक्ष मायावती देश की तीसरी सबसे बड़ी पार्टी की मुखिया हैं। देश के सबसे बड़े सूबे की चार बार सीएम रह चुकी हैं लेकिन ये घटिया जातिवादी @craziebawa नेविल शाह चाहता है कि कोई बहनजी पर जूते फेंके। ये और इसका परिवार कितना बड़ा जातिवादी होगा। इसकी परवरिश जातिवाद सिखाते हुए हुई होगी।
नेविल शाह का समर्थन करनेवाले कुणाल कमरा को जवाब देते हुए कुश अम्बेडकरवादी लिखते है जाति के नाम पर गंदगी फैला रहे कॉमेडियन का नाम लेने में क्यों शर्मा रहे हो शर्मा जी! ऐसे बचकर मुट्ठी न उठाओ कि काँख के बाल छिपे रहें। इस तरह बहुजनों ने मनुवादियों का करारा जवाब दिया है. जिसके बाद मनुवादी माफीवीर सावरकर बन गए है