महाराष्ट्र के चंद्रपुर में जादू-टोने के आरोप में ग्रामीणों ने 7 लोगों को एक साथ बांधकर चौराहे पर बुरी तरह पीटा है। इनमें 4 महिलाएं और 3 बुजुर्ग हैं। बुजुर्गों समेत 5 की हालत गंभीर है। इन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना की तस्वीरें सामने आने के बाद रविवार को पुलिस ने 12 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
आरोप है कि चंद्रपुर जिले के जीवति तहसील इलाके के वणीखुर्द गांव के लोगों को दलित समाज के सात लोगों पर जादू-टोना करने का शक था। इसी के चलते जातिवादियों ने दलित समाज के सात लोगों को जबरन बंधक बना लिया और फिर उसके बाद दलितों की जमकर पिटाई की। इस घटना का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें सैकड़ों की संख्या में गांव वालों की भीड़ जुटी हुई दिखाई दे रही है। सरेआम पिटाई की ये घटना तेलंगाना-महाराष्ट्र सीमा पर वानी खुर्द गांव की है। ग्रामीणों ने शनिवार को इस परिवार को चौराहे पर बांध दिया और पीटने लगे। पूरा परिवार छोड़ने की गुहार करता रहा, लेकिन कोई भी उनकी मदद को सामने नहीं आया।
अंधविश्वास और जातिवाद की बेड़ियों में अभीतक समाज जकड़ा हुआ है. ये नजारा तालिबान से कुछ कम नहीं है।
बता दें कि गांव में रहने वाले जातिवादियों को दलित बस्ती की एक महिला पर देवी आने की खबर मिली थी। इसके बाद जातिवादियों ने दलित बस्ती के 4 पुरूषों समेत 3 वृद्ध महिलाओं को बिजली के खंभे से बांधकर बर्बरता के साथ पीटा। जिसके बाद से इलाके में डर का माहौल बना हुआ है।
पुलिस अधिकारी सुशील कुमार नायक ने बताया कि हमने मामला दर्ज कर लगभग 13 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, फिलहाल गांव में सुरक्षा बल की तैनाती कर दी गई है। साथ ही हमारी टीम मामले की जांच-पड़ताल कर रही है। महाराष्ट्र अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति से जुड़े कुछ सामाजिक कार्यकर्ता गांव पहुंचे और लोंगों को अंधविश्वास के खिलाफ जागरूक करने की कोशिश भी की। फिलहाल सभी आरोपी फरार हैं और जल्द ही उन्हें अरेस्ट किया जाएगा।”