राजस्थान में दलित/आदिवासियों पर हो रहे अपराधों की बात आते ही कांग्रेस की मोहब्बत की दुकान में आग क्यों लग जाती है? ये बड़ा सवाल है.
बताया जा रहा है कि दरिंदों ने सामूहिक दुष्कर्म के बाद युवती की बेरहमी से हत्या कर दी। इतना ही नहीं, हत्या के बाद पीड़िता के चेहरे पर तेजाब फेंक दिया ताकि उसकी शिनाख्त ना हो सके। आरोपी पीड़िता की लाश को कुएं में फेककर फरार हो गए। दलित युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म का ये मामला नादौती थाना क्षेत्र के अंतर्गत भीलापाड़ा रोड का है। पुलिस ने मामले में अज्ञात आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। घटना के बाद दलित समाज में पुलिस प्रशासन के खिलाफ रोष है. इसे देखते हुए कई थानों की पुलिस राजकीय अस्पताल हिंडौन सिटी में तैनात की गई है. राजस्थान में लगातार आपराधिक घटनाओं बढ़ रहीं है, कानून व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है, दलितों और आदिवासियों पर अत्याचार की पराकाष्ठा पार हो चुकी है।
छात्रा के परिजनों ने आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने तक शव का पोस्टमॉर्टम करवाने से मना कर दिया है.घटना की जानकारी मिलने पर राज्यसभा सांसद और बीजेपी नेता डॉक्टर किरोड़ी लाल मीणा भी मौके पर पहुंच गए. उन्होंने पुलिस प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि छात्रा के कॉलेज से घर नहीं पहुंचने पर उसकी मां दर-दर की ठोकर खाते हुए बालघाट थाने पहुंची लेकिन उसकी सुनवाई नहीं हुई. अस्पताल के बाहर जुटे परिजनों के बीच पहुंचकर किरोड़ी ने कहा कि जब तक हमारी मांगे पूरी नहीं हो जाती तब तक छात्रा के शव का पोस्टमॉर्टम नहीं होगा.मीणा ने दावा किया, “टोडाभीम में एक दलित लड़की को सुबह-सुबह उठा लिया गया। बदमाशों ने उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया, फिर उसे गोली मार दी और उसकी मौत सुनिश्चित करने के लिए उस पर तेजाब भी डाला और फिर शव को कुएं में फेंक दिया। पुलिस को तुरंत आरोपियों को गिरफ्तार करना चाहिए।”
कुएं में मिली पीड़िता की लाश
आसपास के ग्रामीण जब कुंए में पानी भरने गए तो उनको शव दिखाई दिया.सोशल मीडिया के जरिए परिजनों को लापता बच्चें की जानकारी हुई. पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कुएं से बाहर निकलवाया। पीड़िता की पहचान कर ली गई है।पुलिस ने बताया कि युवती के शव को पोस्टमार्टम के लिए हिंडौन के जिला अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया। मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल केस दर्ज कर लिया गया है।