JNU छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) नेता कन्हैया कुमार कांग्रेस में शामिल हो गए. उनके साथ ही गुजरात से निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवाणी भी ‘वैचारिक रूप से’ कांग्रेस के साथ जुड़े हैं. बताया गया है कि विधायक होने के कारण कुछ तकनीकी मुद्दों के मद्देनजर वे कुछ समय बाद औपचारिक रूप से पार्टी की सदस्यता ग्रहण करेंगे.
शहीद-ए-आजम भगत सिंह की जयंती के अवसर पर इन दोनों युवा नेताओं ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की और उनके साथ शहीद पार्क जाकर भगत सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित की.
उन्होंने कहा, ‘मुझे महसूस होता है कि इस देश की सत्ता में एक ऐसी सोच के लोग काबिज हैं, जो इस देश की चिंतन परंपरा, संस्कृति, इसके मूल्य, इतिहास और वर्तमान को खत्म कर रहे हैं. इस सोच से लड़ना है… देश की सबसे पुरानी और सबसे लोकतांत्रिक पार्टी में इसलिए शामिल होना चाहते हैं क्योंकि यह पार्टी नहीं बचेगी, तो देश नहीं बचेगा.’
उन्होंने जोर देकर कहा, ‘आज देश को भगत सिंह के ‘साहस’, डॉ.आंबेडकर की ‘समानता’ और गांधी की ‘एकता’ की जरूरत है.’
कन्हैया कुमार ने कहा कि करोड़ों नौजवानों को लगने लगा है कि कांग्रेस नहीं बचेगी, तो देश भी नहीं बचेगा और ऐसे में वह लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए कांग्रेस में शामिल हुए हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि देश में वैचारिक संघर्ष को कांग्रेस ही नेतृत्व ही दे सकती है. उन्होंने अपनी पुरानी पार्टी भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी का धन्यवाद किया.
जिग्नेश ने कहा कि देश के युवाओं और संविधान में विश्वास करने वालों को मिलकर लड़ाई लड़नी है क्योंकि देश अब तक के सबसे अप्रत्याशित संकट का सामना कर रहा है.