कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने पत्रकार परिषद के माध्यम से केंद्र की मोदी सरकार पर तीखा हमला बोला है। राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश की संपत्ति को बेच रहे हैं। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने लोगों का रोजगार छीना है और अब प्रधानमंत्री ने देश का सब कुछ बेच दिया है। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी और भाजपा का एक नारा था कि ’70 साल में कुछ नहीं हुआ’ और सोमवार को वित्त मंत्री ने जो भी 70 साल में इस देश की पूंजी बनी थी उसे बेचने का फैसला ले लिया है। मतलब यह है कि प्रधानमंत्री ने सब कुछ बेच दिया है। प्रधानमंत्री मोदी उनके 2,4 उद्योगपति मित्रों के हवाले पूरा देश कर रहें है। ये लोकतंत्र के लिए घातक है।
राहुल गांधी ने कहा कि देश में जो कुछ बनाया गया था, वो अब मोदी सरकार लीज के नाम पर बेचने पर लगी है। किसी को नहीं पता कि 40 साल की लीज के बाद क्या परिणाम होगा। देश की संपत्तियों को बेचने में किसी से सलाह नहीं ली गई है। रेलवे, पोर्ट के कर्मियों को कोई राय नहीं ली गई है। जैसे-जैसे सरकार निजी हाथों में सरकारी संपत्तियों को बेचेगी, युवाओं के लिए रोजगार के अवसर खत्म होते चले जाएंगे।
कांग्रेस नेता ने कहा कि देश की संपत्तियों को बेचा जा रहा है और किसे बेचा जा रहा है, सभी को मालूम हो। सरकार दो-चार उद्योगपतियों को संपत्तियां बेच रही है। राहुल का कहना है कि सरकार इसके जरिए देश की संपत्तियों पर एकाधिकार किया जा रहा है। जनता की संपत्तियों को चंद पूंजीपतियों को बेचने का काम चल रहा है। राहुल गांधी ने कहा कि एकाधिकार के जरिए आनौपचारिक सेक्टर को बर्बाद किया जा रहा है।
पीएम मोदी को लगता है कि एकाधिकार के जरिए देश में परिवर्तन होगा, लेकिन इससे बेरोजगारी और बढ़ेगी। निजीकरण से चंद लोगों का ही भला होगा। राहुल गांधी ने कहा कि पीएम मोदी देख की पीएम की तरह काम नहीं कर रहे हैं, वे कुछ लोगों के लिए खिलौना बन गए हैं। राहुल ने कहा कि नरेंद्र मोदी और भाजपा का एक नारा था कि ’70 साल में कुछ नहीं हुआ’ और कल वित्त मंत्री ने जो भी 70 साल में इस देश की पूंजी बनी थी उसे बेचने का फैसला ले लिया है, मतलब प्रधानमंत्री ने सब कुछ बेच दिया।