बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने दिल्ली में अपना सरकारी बंगला खाली कर दिया है. उन्हें त्यागराज रोड पर टाइप 8 वाला बड़ा सरकारी घर मिला था, जो आम तौर पर सीनियर मंत्रियों और सुप्रीम कोर्ट के जज को ही मिलता है. मायावती अभी किसी सदन की सदस्य नहीं है. फिर भी पिछले पांच सालों से उन्होंने ये घर अपने पास रखा था.
त्यागराज रोड पर बीएसपी अध्यक्ष मायावती को 3 नंबर का सरकारी बंगला मिला था. मायावती को मोदी सरकार की तरफ से अब लोदी इस्टेट में 29 नंबर का घर मिला है. पार्टी के महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा अब तक इस घर में रहते थे. इसके पहले सतीश चंद्र मिश्रा राज्य सभा सांसद होने के नाते इस घर में रहते थे. अब जुलाई के महीने में सतीश चंद्र मिश्रा राज्य सभा से रिटायर हो रहे हैं. अब ये बंगला मायावती के नाम पर आवंटित हो गया है.
नियम के मुताबिक़ राष्ट्रीय पार्टी का अध्यक्ष होने के कारण मायावती को दिल्ली में एक सरकारी बंगला मिल सकता है. बीएसपी के कुछ नेता कह रहे हैं कि इस घर में बहिन जी नहीं बल्कि मिश्रा जी का परिवार रह सकता है.
मायावती ने 2017 में राज्य सभा से इस्तीफ़ा दे दिया था. तब उन्हें रिटायर होने में 9 महीने का समय बाक़ी था. लेकिन संसद में बोलने का मौक़ा न दिए जाने का आरोप लगा कर उन्होंने इस्तीफ़ा दे दिया था. पर सरकारी बंगला उन्होंने नहीं छोड़ा. वैसे तो इस हालात में घर ख़ाली करने का नियम है. लेकिन मोदी सरकार की मेहरबानी से त्यागराज रोड के सरकार बंगले पर क़रीब 5 सालों तक उनका क़ब्ज़ा बना रहा. वैसे तो सरदार पटेल मार्ग पर मायावती के पास दो बंगले हैं. बीएसपी के सूत्रों ने बताया कि हो सकता है कि वे अपने ही घर पर रहें. अभी फ़ैसला होना बाक़ी है.