सी पी राधाकृष्णन ने एनडीए के समर्थन से उपराष्ट्रपति चुनाव जीता, महाराष्ट्र के सांसदों की क्रॉस वोटिंग चर्चा में रही, विपक्ष ने १५ अमान्य या गैरमौजूद वोटों पर सवाल उठाए.उपराष्ट्रपति चुनाव में बागी बनाम गैरमौजूद/आमान्य सांसदों के वोट को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच आरोप प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है. एनडीए उम्मीदवार सी पी राधाकृष्णन की जीत के बाद सत्ता पक्ष १५ विपक्षी सांसदों के समर्थन की बात कह रहा है तो वहीं विपक्ष सवाल उठा रहा है. वोटिंग के दौरान आखिरकार १५ सत्ता पक्ष के सांसद थे कौन, जो या तो वोटिंग में नहीं थे या फिर उनके वोट अमान्य थे? इसमें सबसे पहली सुई मुड़ती है महाराष्ट्र की ओर…
सबसे पहले बात करते हैं १५ विपक्षी सांसदों की, जिन्होंने NDA के पक्ष में मतदान किया , जीस वजह से सी पी राधाकृष्णन को ४९२ वोट मिले थे. जबकि बी सुदर्शन रेड्डी को १५ वोट कम यानी 300 वोट मिले थे. सूत्रों के मुताबिक, १५ क्रॉस वोटिंग में से ६-७ क्रॉस वोटिंग महाराष्ट्र के सांसदों ने की है. ऐसे में इस बात की ओर सब का ध्यान जाता है कि क्या एक बार फिर देवेंद्र फडणवीस और एकनाथ शिंदे के जादू चला? वाइस प्रेसिडेंट के चुनाव से पहले की देवेंद्र फडणवीस ने उद्धव ठाकरे और शरद पवार को फोन करके एनडीए के उमीदवार सीपी राधाकृष्ण को सपोर्ट करने की मांग की थी.

आरोप और दावे
देवेंद्र फडणवीस ने उद्धव ठाकरे और शरद पवार की फोन पर कहा था कि सीपी राधाकृष्णन महाराष्ट्र के गवर्नर हैं और मुंबई के वोटर, और महाराष्ट्र की परंपरा है कि जब महाराष्ट्र से कोई इंसान इतने बड़े पद पर चुनाव लड़ रहा है तो उनको सपोर्ट किया जाए. हालांकि, शरद पवार ने सपोर्ट करने से मना कर दिया था. उपराष्ट्रपति चुनाव में गुप्त मतदान होता है, इसलिए किसी को पता नहीं कि किसने किसे वोट दिया है. वहीं उपराष्ट्रपति चुनाव के बाद शिवसेना उद्धव गुट बीजेपी पर निशाना साधकर यह सवाल उठा रही है कि आखिरकार एनडीए के १५ सांसद वोटिंग के दौरान क्यों मौजूद नहीं थे या उनके वोट अमान्य थे. साथ ही वह यह भी दावा कर रहे हैं कि कांग्रेस के साथ शिवसेना उद्धव गुट मजबूती से खड़ा है.

उद्धव गुट का दावा
अरविंद सावंत जो शिवसेना उद्धव गुट के सांसद हैं, उनका कहना है कायर लोग बीजेपी के साथ जा खड़े हुए हैं जबकि उद्धव गुट में हिम्मत है और वह मजबूती से कांग्रेस के साथ खड़े हैं. १५ सांसद जिनके वोट अमान्य थे या गैर मौजूद थे वे विपक्ष के थे, उनका क्या? एनडीए खेमा यह मान रहा है महाराष्ट्र के अलावा देश भर से कई और सांसद, जो विपक्ष से थे और सी पी राधाकृष्णन के समर्थन में अपना वोट दिया.. लेकिन इसमें महाराष्ट्र की तादाद सबसे ज्यादा थी.
बड़ी सेंध लगाई
तमिलनाडु से सांसद जी के वासन का कहना है तमिल अस्मिता के साथ-साथ पूरे देश का गौरव बड़ा है इस उपराष्ट्रपति चुनाव में और कई सांसदों ने पार्टी लाइन से ऊपर उठकर वोट दिया. रणनीतिक रूप से उप राष्ट्रपति पद के चुनाव का नतीजा इंडिया गठबंधन और एनडीए के लिए बेहद अहम हो गया है. एनडीए यह दावा कर रहा है विपक्ष के खेमे में उसने बड़ी सेंध लगाई है और विपक्ष का गैर मौजूद सांसदों और अमान्य सांसदों के वोट का सवाल उनके दावे को पुख़्ता करने की कोशिश कर रहा है.