सारनाथ स्थित धमेख स्तूप के बाहर बुधवार को पूजा करने पहुंचे धम्म लर्निंग सेंटर के संस्थापक अध्यक्ष भिक्षु चंदिमा को सुरक्षा गार्डों ने रोक दिया। नाराज बौद्ध भिक्षु व उपासक धरने पर बैठ गए। लगभग ढाई घंटे बाद एसओ सारनाथ अर्जुन सिंह ने बिना अनुमति धरना देने से मना करते हुए हटा दिया। बौद्ध भिक्षुओं का आरोप था कि सुरक्षा गार्डों ने उनके साथ धक्का-मुक्की की। सूचना पाकर पहुंची सारनाथ थाने की पुलिस के समझाने के बाद बौद्ध भिक्षुओं ने धरना समाप्त किया। साथ ही कहा कि अगर दोबारा उन्हें रोका गया तो वह बड़े पैमाने पर आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।
मौके पर पहुंचे अधीक्षण पुरातत्वविद अविनाश मोहंती ने कहा कि गाइडलाइन के तहत यहां पूजन करने की अनुमति नहीं है। धमेख स्तूप पर पूजा व ध्यान करने के लिए नई दिल्ली स्थित डीजी आफिस से अनुमति लेनी होगी। इसके लिए लगभग 15 दिन पूर्व प्रार्थना पत्र देना पड़ता है।
- भिक्षु चंदिमा ने बताया कि हैदराबाद की महाउपासिका माता भारती बाई काम्बले की पुण्यतिथि पर बुधवार अपराह्न तीन बजे तैल चित्र के साथ धमेख स्तूप पर पूजा करने जा रहे थे। इसके लिए पुरातत्व विभाग से आठ लोगों का टिकट भी लिया था। धमेख स्तूप जाते समय सुरक्षाकर्मियों ने रोक दिया। पूछने पर धक्का दे दिया। तब बौद्ध भिक्षु व उपासक धरना पर बैठ गए। मौके पर पहुंचे एसओ ने बौद्ध भिक्षुओं को अनुमति लेकर धरना देने को कहा। भिक्षु चंदिमा ने कहा कि धरना की अनुमति के लिए गुरुवार को आवेदन दिया जाएगा। अनुमति मिले या न मिले, एक हफ्ते बाद बौद्ध भिक्षु धरना पर बैठ जाएंगे। जब तक बौद्ध भिक्षुओं व उपासकों को धमेख स्तूप पर ध्यान-पूजा की अनुमति नहीं मिलेगी, धरना जारी रहेगा। इस मौके पर नागपुर के भंते विनय राखित, भंते ज्ञान रखित, हैदराबाद की उपासिका इंदु, संदीप काम्बले, वर्षा काम्बले, अरविंद मौर्या आदि मौजूद थे।
इसके बाद बौद्ध भिक्षु व उपासक धरने पर बैठ गए। मौके पर पहुंचे थाना प्रभारी ने शांति व्यवस्था को देखते हुए बौद्ध भिक्षुओं को अनुमति लेकर धरना देने को कहा। भिक्षु चंदिमा ने कहा कि धरना की अनुमति के लिए गुरुवार को आवेदन दिया जाएगा। एक सप्ताह तक इसके लिए अनुमति मिले या न मिले बौद्ध भिक्षु धरने पर बैठ जाएंगे। जब तक बौद्ध भिक्षुओं व उपासकों को धमेख स्तूप पर ध्यान व पूजा करने की अनुमति नहीं मिलेगी धरना जारी रहेगा। इस मौके पर नागपुर के भंते विनय राखित, भंते ज्ञान रखित,भिक्षु धम्म शील, हैदराबाद की उपासिका इंदु, संदीप काम्बले, वर्षा काम्बले, अरविंद मौर्या सहित कई लोग उपस्थित थे।