बहुजन समाज पार्टी में बसपा अध्यक्ष मायावती के बाद नंबर दो की पोजीशन पर रहने वाले सतीश चंद्र मिश्रा संदेह के घेरे में आये है. वजह है आजमगढ़ सीट पर होने वाले लोकसभा उपचुनाव में स्टार प्रचारकों की लिस्ट से उनका नाम गायब होना.
बहुजन समाज पार्टी ने बुधवार को जारी 40 स्टार प्रचारकों की सूची की गई, लेकिन इसमें सतीश मिश्रा का नाम नहीं है. अब इसके बाद यह माना जा रहा है कि बसपा में सतीश चंद्र मिश्रा साइडलाइन हो गए हैं. गौरतलब है कि हाल ही में संपन्न हुए विधानसभा चुनाव में सतीश चंद्र मिश्रा ने अहम भूमिका निभाई थी. उन्होंने विधानसभा चुनाव में 150 से अधिक चुनावी जनसभाएं की थीं. अब अटकलें तेज हैं कि आने वाले दिनों में कोई बड़ा राजनीतिक उलटफेर देखने को भी मिल सकता हैं.
बसपा ने स्टार प्रचारकों की लिस्ट जो जारी की है उसमें मायावती के बाद दूसरे नंबर पर प्रदेश अध्यक्ष भीम राजभर का नाम है. बीएसपी के एकमात्र विधायक उमाशंकर सिंह भी सूची में शामिल किए गए हैं। बीएसपी स्टार प्रचारकों की लिस्ट में पार्टी चीफ मायावती, भीम राजभर, मुनकाद अली, विजय प्रताप, राजकुमार गौतम, अमाशंकर सिंह, विजय प्रताप, मनोज कुमार, हरीश चंद्र गौतम, ओंकार शास्त्री, डॉ बलिराम, इंदलराम, अमरनाथ बौद्ध, विनोद चौहान. विजय कुमार, संतोष राम, संगीता आजाद, अरिमर्दन, शालिम अंसारी, ओपी त्रिपाठी, अरबिंद कुमार शामिल हैं. लेकिन हैरानी इस बात की है लिस्ट में मायावती के खास और पार्टी के ब्राह्मण चेहरा माने जाने वाले सतीश चंद्र मिश्रा का नाम नहीं है। बता दें कि बसपा में आने के बाद से ही सतीश चंद्र मिश्रा हमेशा अहम भूमिका में नजर आए हैं. यह पहला मौका है जब उनका नाम स्टार प्रचारकों की सूची में नहीं है.
कहा जा रहा है कि सतीश चंद्र मिश्रा का राज्यसभा का कार्यकाल खत्म हो रहा है. लिहाजा उन्हें नई जिम्मेदारी दी जाएगी. लेकिन सवाल यह भी उठ रहे हैं कि विधानसभा चुनावों में तूफानी सभाएं करने वाले सतीश चंद्र मिश्रा और पार्टी हाईकमान के बीच क्या सब कुछ ठीक चल रहा हैं? गौरतलब है कि 23 जून को आजमगढ़ और रामपुर सीट पर लोकसभा उपचुनाव होने हैं. बसपा ने आजमगढ़ सीट से शाह आलम उर्फ़ गुड्डू जमाली को प्रत्याशी बनाया है.