शिरोमणि अकाली दल और बसपा गठबंधन के कारण कांग्रेस काफी टेंशन में है. दोनों पार्टियों के के सीट बंटवारे पर कांग्रेस सांसद रवनीत बिट्टू बयान देकर बुरी तरह से फंसते नजर आ रहे है। बुधवार को लुधियाना के जगरांव में बसपा कार्यकर्ताओं ने सांसद का पुतला फूंका। वहीं पुलिस को एक ज्ञापन सौंप उनके खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग की है।
बहुजन समाज पार्टी के पंजाब सचिव संतराम मलिया की अगुवाई में पार्टी के नेताओं एवं कार्यकर्ताओं ने शहर में रोष मार्च निकाला और सांसद रवनीत सिंह बिट्टू के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। मास्टर रछपाल सिंह गालिब ने कहा कि सांसद रवनीत बिट्टू के खिलाफ एक ज्ञापन बुधवार को एसएसपी (देहात) चरणजीत सिंह सोहल को सौंपा है। अगर पुलिस प्रशासन सांसद रवनीत बिट्टू के खिलाफ एससी-एसटी एक्ट के अधीन मामला दर्ज नहीं करती है तो बहुजन समाज पार्टी संघर्ष को और तेज करेगी।
उन्होंने कहा कि सांसद बिट्टू ने बसपा सुप्रीमो मायावती पर अकाली दल से तीन करोड़ रुपये लेने का आरोप लगाया। बहुजन समाज पार्टी की पंजाब यूनिट सांसद रवनीत बिट्टू के खिलाफ अदालत जाएगी और उनसे जवाब मांगेगी। ‘पवित्र सीटों’ वाली टिप्पणी से विवाद पैदा करने वाले कांग्रेस सांसद रवनीत सिंह बिट्टू को पंजाब अनुसूचित जाति आयोग ने सम्मन भेजकर 22 जून को उसके समक्ष उपस्थित होने को कहा है.
गौरतलब है कि विधायक पवन कुमार टीनू के नेतृत्व में शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के प्रतिनिधिमंडल ने लुधियाना के सांसद के खिलाफ दलितों के लिए कथित रूप से जातीय टिप्पणी करने की शिकायत दर्ज करायी थी. इसी के आधार पर आयोग ने सम्मन जारी किया है. लुधियाना के कांग्रेस सांसद के इस बयान के बाद कांग्रेस खुद बैकफुट पर आयी है. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने बिट्टू के इस बयान को निजी बयान करार दिया है.