पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने लुधियाना कपूरथला में डॉ. बाबासाहब आंबेडकर म्यूजियम की नींव रखी। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत रत्न बाबा साहिब डा.बी.आर अम्बेडकर के नाम पर कपूरथला में बनाया जाने वाला अत्याधुनिक म्यूजियम ऐतिहासिक तथा हमारी आने वाली पीढिय़ों के लिए बाबा साहिब की गौरवशाली विरासत का प्रचार करने वाला सिद्ध होगा। इस वक्त उन्होंने घोषणा करते हुए कहा की IIM के साथ मिलकर बाबासाहिब डॉ. भीमराव अंबेडकर के नाम पर इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट कॉलेज बनाया जाएगा। इसके अलावा उन्होंने स्कूल आफ डॉ. अम्बेडकर थाटस और भारत रत्न डा.बी.आर.अम्बेडकर सैंटर फार रिसर्च की दोआबा में स्थापना का ऐलान किया।
स्थानीय आई.के. गुजराल पंजाब तकनीकी यूनिवर्सिटी में इस म्यूजिय़म का नींव पत्थर रखने और राज्य स्तरीय मैगा रोजग़ार मेले के मौके पर नौजवानों को नौकरी के सर्टिफिकेट बाँटने के बाद संबोधन करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा इस प्रोजेक्ट पर 150 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि विश्व के इतिहास में डा. आंबेडकर महान शख्सियत थे। भारतीय संविधान डा. आंबेडकर की मेहनत, समर्पण का नतीजा था। डा.आंबेडकर के जीवन से युवाओं को सीख लेनी चाहिए कि कैसे कठिन हालातों में भी शीर्ष स्थान हासिल किये जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि बाबा साहिब द्वारा शिक्षा की महत्ता के बारे दिया गया संदेश जीवन बदलने के समर्थ है। इस म्यूजिय़म के माध्यम उनके जीवनकार्य और विचारधारा का प्रचार करने में बहुत मदद मिलेगी। यह म्यूजिय़म डा. अम्बेडकर के जीवन, कार्य और विचारधारा से सम्बन्धित विषय के तथ्यों का एक अनूठा सुमेल होगा।
मुख्यमंत्री ने बताया कि खूबसूरती से डिज़ाइन किये जाने वाले इस म्यूजिय़म का दायरा 25 एकड़ क्षेत्रफल में फैला होगा। म्यूजिय़म को 5 गैलरियों होंगी जिनमें बाबा साहिब के जीवन, फलसफे, कार्य, निजी जि़ंदगी और विचारधारा के सामाजिक और आर्थिक प्रभाव को प्रदर्शित किया जायेगा। नव-नियुक्त नौजवानों को बधाई देते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि यह उनके लिए अच्छी शुरूआत है परन्तु उनको इतने से ही संतुष्ट नहीं हो जाना चाहिए बल्कि लगातार तरक्की की ओर लक्षित होना चाहिए। उन्होंने कहा कि नौजवानों को पंजाब सरकार द्वारा नये पंजाब की सृजना के लिए सार्थक माहौल और सहायता पंजाब सरकार द्वारा प्रदान की जायेगी।
इस मौके पर सांसद जसबीर सिंह डिम्पा, चौधरी संतोख सिंह और मुहम्मद सद्दीक, विधायक राणा गुरजीत सिंह, सुखपाल सिंह खैहरा, नवतेज सिंह चीमा, डॉ. राज कुमार वेरका, नगर निगम जालंधर के मेयर जगदीश राज राजा और अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।