भारत में कोरोना संकट के चलते थाईलैण्ड के बौद्ध भिक्षु तथा उपासकों ने मदद की पहल की है. इसमें थाईलैण्ड की प्रसिद्ध उद्योजिका रोजाना व्हॅनिच काम्बले ने महत्वपूर्ण भूमिका निभायी। आज देश के कई हिस्सों में कोरोना संक्रमण फ़ैल गया है और कई लोगों की जान जा रही है. हॉस्पिटल, मेडीसिन्स, ऑक्सिजन आदी कम पड रहे है. दुनिया में भारत की पहचान बुध्दभूमी के रूप में है और इसके चलते अब बौद्ध देशों की जनता भारत की मदद के लिए सामने आ रही है.
थाईलैंड के बौद्ध-उपासक-उपासकों द्वारा तथा रोजाना व्यानिच कांबले (थाईलैंड की प्रख्यात उद्योजिका) के माध्यम से भारत के लिए 200 ऑक्सीजन कॉन्सेंट्रेटर तथा वेंटिलेटर्स का दान किया गया है. डॉ. हर्षदीप कांबले एवं उनके परिवार ने भी इसके लिए अपना सहयोग दिया है.
दानपारमिता की इसी क्रम में आज दिनांक 29 मई 2021 को नागपुर के विभागीय आयुक्त कार्यालय में नागपुर जिले के लिए 50 ऑक्सीजन कॉन्सेंट्रेटर का वितरण हुआ. नागपुर जिले के पालकमंत्री तथा ऊर्जामंत्री डॉ. नितिन राऊत इनके हस्ते नागपुर के विभागीय आयुक्त डॉ. संजीव कुमार को यह कॉन्सेंट्रेटर सुपुर्द किये गए.
इस वक्त डॉ. नितिन राऊत इन्होंने Thailand के लोगों के दानभावना की सराहना की . डॉक्टर हर्षदीप काम्बले, रोज़ाना काम्बले इनके प्रति आभार व्यक्त किया.
इस अवसर पर कलेक्टर रविंद्र ठाकरे, भंते विनय रक्खिता महाथेरों, भंते ज्ञानबोधी, अमन कांबळे समेत विधायक अभिजीत वंजारी, राजेंद्र मुळक, प्रीतम बुलकुंडे, प्रफुल भालेराव, धर्मेश फुसाटे, नागेश बुरबुरे धम्मपाल माटे, चंदू मडके आदि प्रमुखतासे उपस्थित थे.
इसके अतिरिक्त भारत के इस कोरोना विरुद्ध लड़ाई में थाईलैण्ड के पूज्य भदन्त जयासारो एवं उनके उपासक जहां बौद्ध स्थल है, जैसे बोधगया, राजगीर, नालंदा, सरनाथ, कुशीनगर, श्रावस्ति, नागपुर, औरंगाबाद, लेह/लद्दाख के बुद्ध विहारों तथा कुछ हॉस्पिटल्स को 30 एम्बुलेन्स का दान देने वाले है.
इस मदद कार्य में समन्वयक का कार्य रोजाना व्यानिच के पती डॉ. हर्षदीप काम्बले जो उद्योग विभाग के कमिश्नर तथा सचिव है वे ही कर रहे है. इस बौद्ध दम्पती ने संकट काल में पहल कर, दान करते हुए तथागत बुद्ध की शिक्षा की दान पारमिता दीखायी है. वेंटीलेटर्स, ऑक्सिजन, कॉन्सन्ट्रेटर्स हॉस्पिटल के एम्बुलेन्स यह सब जीवनदान देनेवाली वस्तुऐं है. कोरोना काल में इसकी बड़ी आवश्यकता है.
यह समय एक-दूसरे की मदद करने वाला समय है. *प्रतित्य-समुत्पाद के तत्वानुसार समूचा संसार एक-दूसरे पर निर्भर है. दान पारमिता जैसा कोई दूसरा कुशल कम्म नहीं। * यही संदेश आदर्श बुद्धिस्ट काम्बले दम्पती दे रहे है. हम भी सभी दूसरे की मदद करें और ऐसे ही कुशल कम्म कर तथागत को वंदन करें। यहीं बिनती है, अनुरोध है.