महाराष्ट्र नागपुर के अंबाझरी उद्यान में स्थापित डॉ. बाबासाहब आंबेडकर भवन तोड़ने के खिलाफ नागपुर में जोरदार आंदोलन हुआ. रिपब्लिकन पार्टी ऑफ़ इंडिया के तमाम गुटों समेत विभिन्न संघटनाओं के माध्यम से इस विशाल एल्गार मार्च का आयोजन हुआ. आंदोलनकारियों ने चेतावनी दी की जब तक अंबाझरी तालाब परिसर में डॉ. बाबासाहब आंबेडकर भवन का निर्माण नहीं होंगा तब तक उपरोक्त जमीन के आसपास कोई कार्य नहीं होने देंगे। आगामी शीतकालीन सत्र के दौरान रास्ता रोको, जेलभरो आंदोलन जारी रखने का दावा किया गया. इस दौरान प्रतिनिधिमंडल ने निवासी जिल्हाधिकारी को ज्ञापन सौपा। मनपा प्रशासन का निषेध करते हुए पालकमंत्री डॉ. नितिन राऊत के खिलाफ भी नाराजगी व्यक्त की गई.
इस अवसर पर पूर्व विधायक उपेंद्र शेंडे, जोगेंद्र कवाडे ने कहा की डॉ. आंबेडकर भवन तोड़ने की जांच SIT के मार्फ़त हो तथा फिरसे सुसज्जित भवन का निर्माण किया जाए।
प्रा. जोगेंद्र कवाड़े ने कहा अंबाझरी में पर्यटन विकास करने के नाम पर यह भवन तोडा गया. इससे करोडो लोगों की भावनाएं आहत हुई है. डॉ. बाबासाहब आंबेडकर भवन ऐतिहासिक था, हमारे आंदोलन के कई प्रोग्रॅम यहांपर हुए. उन्होंने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से हस्तक्षेप कर इस भवन को फिर से बनाने की मांग की है.
आंदोलनकर्ताओं ने कहा की नागपुर महानगर पालिका ने यह भवन बनवाया था. पर्यटन विभाग ने मनपा की अनुमति के बिना इस भवन को नेस्तनाबूत करने का पाप किया. मनपा ने विशिष्ट शर्तों के साथ यह जमीन MTDC को हस्तांतरित की थी. लेकिन पर्यटन विभाग ने शर्तों का पालन नहीं किया. मनपा ने भी इसमें हस्तक्षेप नहीं किया. मनपा और पर्यटन विभाग के इस रुख से लोगों में नाराजगी है.
प्रोफ़ेसर जोगेंद्र कवाड़े ने आरोप लगाया की भाजपा विधायक परिणय फुके के कहने पर गरुडा कंपनी ने यह ऐतिहासिक भवन तोडा है. भाजपा विधायक को इस पाप के लिए लोगों से माफ़ी मांगनी चाहिए. तथा इस भवन का जल्द से जल्द निर्माण होना चाहिए. इस सन्दर्भ में 30 को मनपा तथा MTDC के ऑफिस पर मोर्चा निकाला जाएंगा। बीजेपी विधायक के घर के समक्ष भी आंदोलन किया जाएंगा।
बसपा के संस्थापक मान्यवर कांशीराम ने भी भदन्त डॉ. आनंद कौशल्यायन के अध्यक्षता में यहां बुद्धिस्ट रिसर्च सेंटर द्वारा एक समारोह का आयोजन किया था.