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जातिगत कमेंट के मामले में क्रिकेटर युवराज सिंह अरेस्ट, तुरंत जमानत पर रिहा

जातिगत कमेंट के मामले में  क्रिकेटर युवराज सिंह अरेस्ट, तुरंत जमानत पर रिहा

हरियाणा के हांसी में अनुसूचित जाति के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने के लिए हिसार पुलिस ने पूर्व भारतीय क्रिकेटर युवराज सिंह को गिरफ्तार कर लिया था. उनके खिलाफ हांसी शहर के थाने में केस दर्ज है. युवराज पर आरोप है कि उन्होंने पिछले साल रोहित शर्मा के साथ की गई एक लाइव चैट के दौरान क्रिकेटर युजवेंद्र चहल पर अनुसूचित जाति के प्रति अपमानजनक टिप्पणी की थी. गिरफ्तारी के कुछ देर बाद ही अंतरिम जमानत पर युवराज सिंह को रिहा भी कर दिया गया।

क्रिकेटर युवराज सिंह को VIP ट्रीटमेंट क्यों : रजत कलसन का सवाल

हांसी पुलिस के DSP विनोद शंकर ने बताया कि क्रिकेटर युवराज सिंह को केस की जांच में शामिल करने के लिए गिरफ्तार किया गया। पहले भी उन्हें दो बार जांच में शामिल किया जा चुका है। पुलिस ने हाईकोर्ट के निर्देश पर काम किया है और युवराज को बेल बॉन्ड पर छोड़ दिया। दूसरी ओर शिकायतकर्ता रजत कलसन ने दावा किया कि युवराज सिंह को हरियाणा पुलिस द्वारा भी वीआईपी ट्रीटमेंट दिया गया है। रजत कलसन के मुताबिक पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट के युवराज सिंह को अंतरिम जमानत दिए जाने के बाद उन्होंने इस आदेश को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है जिस पर अदालत सुनवाई करेगी। आपको बता दें कि जून 2020 में हास्य पुलिस को रजत कलसन ने शिकायत दी थी और फरवरी 2021 में केस दर्ज हुआ था।

कोरोना महामारी के चलते साल 2020 में पूरे देश में लॉकडाउन लगा था। इस दौरान खिलाड़ी वीडियो चैट पर बातें करते थे। इसी क्रम में युवराज सिंह टीम इंडिया के सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा के साथ इंस्टाग्राम लाइव चैट पर बात कर रहे थे। तभी दोनों के बीच युजवेंद्र चहल को लेकर बात हुई, युवराज ने इसी दौरान कथित तौर पर जातिसूचक शब्द का इस्तेमाल किया था।

जल्द ही सोशल मीडिया पर यह वीडियो वायरल हो गया। वीडियो में युवराज जातिवादी टिप्पणी करते हुए सुनाई दे रहे थे। उन्होंने कहा था, ‘ये (जातिसूचक शब्द) लोगों को कोई काम नहीं है। युजी को देखा कैसा वीडियो डाला है।’ बता दें, चहल टिकटॉक पर अपने डांस के वीडियो अपलोड करते थे। युवराज ने इसी को लेकर ये कमेंट किया था।जब सोशल मीडिया पर युवराज को यह वीडियो वायरल हुआ था तो उन्होंने खेद भी व्यक्त किया था। युवराज ने ट्वीट कर कहा था कि मैं यह बात साफ कर देना चाहता हूं कि मैं किसी भी तरह के भेदभाव में विश्वास नहीं रखता चाहे वह जाति, रंग, लिंग या मजहब का आधार पर हो। उन्होंने कहा कि अपने दोस्तों के साथ बातचीत के दौरान मैंने जो कहा उसे गलत तरीके से समझा गया। हालांकि, भारतीय होने के नाते मैं कह सकता हूं कि अगर मैंने किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाया है तो उसके लिए खेद व्यक्त करता हूं।

पुलिस सूत्रों के अनुसार वर्ग विशेष पर टिप्पणी करने के मामले में सुबूत जुटाने के लिए पुलिस ने युवराज का मोबाइल जब्त कर लिया है। हांसी पुलिस अब युवराज सिंह के खिलाफ अदालत में चालान पेश करेगी। इसके बाद युवराज को विशेष अदालत से नियमित जमानत हासिल करनी पड़ेगी। युवराज को हिसार में अनुसूचित जाति/जनजाति अत्याचार अधिनियम के तहत स्थापित विशेष अदालत में हर तारीख पर पेश होना होगा। यदि अपराध साबित होता है तो इस मामले में उन्हें 5 साल तक की सजा हो सकती है।

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